दो दर्जन सड़कों पर गाडि़यों के पहिए जाम

नाहन – दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते जिला सिरमौर में जनजीवन मानों ठहर सा गया है। अत्याधिक बारिश से हो रहे भू-स्खलन के कारण जिला सिरमौर के ग्रामीण इलाकों की करीब दो दर्जन से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से सड़कें बंद होने से शुक्रवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम के एक दर्जन से अधिक बस रूट प्रभावित हो गए। बस रूट प्रभावित होने से जहां लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, वहीं हिमाचल पथ परिवहन निगम को भी लाखों रुपए का नुकसान का अनुमान है। यही नहीं भारी बारिश के कारण हिमाचल पथ परिवहन निगम की नाहन-दिल्ली बस सेवा भी करीब तीन घंटे लेट हुई। बताते हैं कि हरियाणा के सढौरा में सड़कों में भरे पानी के चलते एचआरटीसी की दिल्ली जा रही बस सीवरेज में फंस गई। करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बस को निकाला गया। दो दिनों से भारी बारिश के कारण जिला के नदी-नालों में जल स्तर बहुत बढ़ गया है। गुरुवार को गिरि नदी में अचानक आई बाढ़ से आठ लोग गिरि नदी में फंस गए जिन्हें शुक्रवार को रेस्क्यू किया गया। शुक्रवार को एनडीआरएफ की टीम ने न केवल टापू में फंसे गुज्जरों को रेस्क्यू किया, बल्कि उनके 35 भैंसों व 24 बकरियों को भी रेस्क्यू किया गया। भारी बारिश से हुए भू-स्खलन के कारण कई ग्रामीण इलाके देश के दूसरे हिस्सों से कट गए। जिला मुख्यालय नाहन से करीब 20 किलोमीटर दूर मझाला खड्ड में आई बाढ़ से निर्माणाधीन पुलिया बह गई।  सड़कें बंद होने से हिमाचल पथ परिवहन निगम के 14 बस रूट प्रभावित हुए। अड्डा प्रभारी नाहन रमेश धीमान ने बताया कि सड़कें बंद होने से निगम के करीब एक दर्जन बस रूट प्रभावित हुए हैं। सबसे अधिक निगम की पांच बसें रेणुका-हरिपुरधार मार्ग पर फंसी हैं।

इन रूटों पर फंसी एचआरटीसी की बसें

भारी बारिश से हुए भू-स्खलन के चलते ग्रामीण इलाकों की सड़कें बंद हो गई हैं। संपर्क मार्ग बंद होने से हिमाचल पथ परिवहन निगम के रेणुका-हरिपुरधार मार्ग पर पांच बस रूट प्रभावित हुए। निगम की नौहराधार-हरिपुरधार, संगड़ाह-बोगधार-पालर, यमुनानगर-कोदावाला, नाहन-मात्तर भेड़ों, नाहन-कोटीबौंच, कालाअंब-कौंथरो तथा नाहन-रामाधौण आदि मार्गों पर निगम की बसें फंसी रही।