नगर परिषद अध्यक्ष का इस्तीफा

कांगड़ा —नगर परिषद अध्यक्ष सुमन वर्मा ने पत्रकारवार्ता में कहा कि उनके खिलाफ अविश्वास मत लाया गया है, जिसके बाद उन्होंने सोमवार को अध्यक्ष पद से  त्याग पत्र उपायुक्त कांगड़ा को सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि  मैंने लगभग नौ वर्ष अध्यक्ष पद पर कार्य किया तथा इस कार्यकाल के दौरान उनका यहीं प्रयास रहा है कि शहर के लोगों तथा यहां आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छी से अच्छी सुविधाएं मिलें। उन्होंने इस कार्यकाल के दौरान लोगों का धन्यवाद किया। साथ ही पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली का भी आभार जताया, जिन्होंने समय-समय पर उनके विकास कार्य करवाने में मद्द की। उन्होंने बताया कि कांगड़ा शहर में जहां वर्षों से अंधेरा पसरा रहता था उन्होंने पूरे शहर में सोलर लाइट्स लगा कर शहरवासियों को रोशनी दी। इसके साथ-साथ नगर परिषद मैदान में जहां अंधेरा रहता था वहां पर भी उन्होंने लाइट्स तथा बड़ी फ्लड लाइट्स लगवाईं। बाजार में इंटर लॉकिंग टाइलों को बिछा कर शहर को चकाचक किया।  उन्होंने नगर परिषद के छोटे-मोटे कार्य जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाना व नक्शे पास करवाना इत्यादि इतना सरल कर दिया कि लोगों को नप कार्यालय के चक्कर न काटने पड़े। पुराने तथा नए कांगड़ा में लोगों के शादी विवाह तथा छोटे कार्यक्रम करने के लिए सामुदायिक हाल का निर्माण किया, जहां केवल 3100 रुपए देकर  कोई भी कार्यक्रम कर सकता है। उन्होंने यह पिछले एक वर्ष से तय था कि नगर परिषद की कुर्सी उन्हें छोड़नी होगी, लेकिन दूसरे गुट में आपसी सहमति न बनने के कारण उन्हें एक वर्ष और जनता की सेवा करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि अब आगे भी जो कोई अध्यक्ष या उपाध्यक्ष बनता है मैं उनके साथ कंधे से कंध मिला कर शहर के विकास के लिए कार्य करती रहूंगी। इस मौके पर उनके साथ पार्षद सुषमा वर्मा, नीतू तथा अनुराधा उपस्थित थीं।