पानी के सैंपल अब थर्ड पार्टी लेगी

एक-दूसरे की मानने को तैयार नहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड-आईपीएच, लोग परेशान

शिमला—शिमला या प्रदेश के दूसरे क्षेत्रों में पेयजल योजनाओं से पानी के सैंपल मामले में आईपीएच और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सैंपलों को लेकर लगातार विरोधाभास सामने आ रहे हैं। दोनों एजेंसियां एक-दूसरे के सैंपल गलत मान रही हैं, जिससे परेशान आम लोग हैं। ऐसे में अब भविष्य में सभी एसटीपी से गुजरने वाले पानी के सैंपलों की सैंपलिंग थर्ड पार्टी से करवाई जाएगी। चंडीगढ़ की एक निजी कंपनी की लैब, जिसके साथ आईपीएच का सालों पुराना समझौता चल रहा है, वह थर्ड पार्टी सैंपलिंग करेगी। इसके साथ करार को एक साथ और आगे बढ़ाया गया है। वैसे यहां वे सैंपल भेजे जाते रहे हैं, जिनमें कुछ स्पष्ट नहीं हो पाता था, लेकिन अब तय किया गया है कि एसटीपी से जो सैंपल आईपीएच और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लेगा, वही सैंपल चंडीगढ़ की लैब को भी भेजे जाएंगे, ताकि विरोधाभास समाप्त हो सके। शिमला में अश्वनी खड्ड या दूसरे एसटीपी के पानी के सैंपल दोनों एजेंसियों ने लिए, लेकिन रिजल्ट एक जैसे नहीं हैं। ऐसे में लोग परेशान हैं कि आखिर वे पानी पिएं या नहीं। वैसे अश्वनी खड्ड से अभी तक पानी की सप्लाई नहीं की जा रही, परंतु यहां पानी के सैंपल जरूर जुटाए जा रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अपने स्तर पर पानी के सैंपल जुटा रहा है। आईपीएच विभाग ने यहां एसटीपी के पास पानी शुद्ध करने के लिए अल्ट्रावायलेट सिस्टम स्थापित किया है, जहां प्रयोगात्मक उद्देश्य से यह सिस्टम लगाया गया है। यहां से लगातार सैंपल लिए जा रहे हैं, जिस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सवाल उठाए हैं, जबकि आईपीएच द्वारा इसकी गुणवत्ता को सही करार दिया जा रहा है। ऐसे मामलों में थर्ड पार्टी सैंपलिंग की सोची गई है, ताकि कोई गुंजाइश न रहे। आईपीएच अपने डब्ल्यूएसएसओ विंग की भी पेयजल गुणवत्ता चैक करने के लिए आधुनिक तकनीक के उपकरण लेने की सोच रहा है। अभी इसके पास पुराने उपकरणों से ही गुणवत्ता परखने का काम चल रहा है, जिसे बेहतर बनाने की सोची गई है।

प्रस्ताव भेजेंगे

विभाग एक प्रस्ताव सरकार को भेजेगा, क्योंकि यहां आधुनिक उपकरणों की खरीद के लिए काफी पैसा चाहिए, लेकिन तब निजी कंपनियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। तब तक विभाग ने चंडीगढ़ की एजेंसी के साथ अपना करार एक साल के लिए बढ़ा दिया है, जिसे स्टेट लैब के रूप में डेजिग्नेट भी किया गया है। एसटीपी के सभी सैंपल अब यहां भी चैक होने के लिए जाएंगे।