पिता हूं , चिंता तो होती है बच्चों की ….

अनिल कपूर

बालीवुड अभिनेता अनिल कपूर अपनी दोनों बेटियों सोनम कपूर और रिया कपूर के करियर को लेकर निश्चिंत  हैं, लेकिन बेटे हर्षवर्धन को लेकर थोड़ी चिंता में हैं। अनिल की माने, तो उनके बेटे में बहुत बड़ा मैजिक छिपा है और उस जादू को बाहर आने में समय लगेगा। अनिल कहते हैं कि जादू जितना बड़ा होता है, उसे बाहर निकलने में वक्त भी उतना ज्यादा लगता है। अनिल कपूर से हुई खास बातचीत में  बेटे के करियर से जुड़े कई सवालों के जवाब उन्होंने खुलकर दिए….

हर्षवर्धन की तरह शुरू में मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था

 कभी मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है, क्योंकि जब तक असफलता की मार नहीं पड़ती तब तक हम कुछ सीखते नहीं। जब सोनम की पहली फिल्म ‘सवारिया’ और बाद में ‘दिल्ली 6’ रिलीज हुई थीं और असफल हो गई थीं, तब भी लोगों ने मुझसे ऐसे ही सवाल सोनम के करियर को लेकर किए थे। हर्षवर्धन भी खुद सफल होंगे।

क्या होगा? ज्यादा से ज्यादा क्या हो जाएगा? जो होगा मंजूर-ए- खुदा होगा

अनिल आगे कहते हैं, क्या होगा? ज्यादा से ज्यादा क्या हो जाएगा, जो होगा मंजूर-ए-खुदा होगा। मुझे लगता है कि करियर के शुरुआती दिनों में सबसे महत्त्वपूर्ण है काम मिलते रहना। दो बातें जरूरी हैं एक तो आपको अपना काम जबरदस्त तरीके से आना चाहिए और दूसरा आपका स्क्रीन प्रजेंस अच्छा होना चाहिए, बस बाकी सब बातें बहुत ज्यादा मैटर नहीं करती हैं।

विश्वास पर दुनिया टिकी है

बेटे हर्षवर्धन पर अपना विश्वास जाहिर करते हुए अनिल ने कहा, मुझे अपने बेटे पर पूरा विश्वास है, मुझे ही नहीं बाकी लोगों को भी विश्वास है। अब आप ही बताइए अगर विश्वास न होता तो राकेश ओमप्रकाश मेहरा उसे अपनी फिल्म मिर्जया में क्यों लेते…। अगर सोनम की बात करें तो विश्वास न होता तो क्या संजय लीला भंसाली के पास मेरी बेटी के लिए पिक्चर बनाने के लिए समय होता। ब्लैक जैसी सुपरहिट फिल्म बनाने के बाद संजय ने यह तो नहीं सोचा होगा कि चलो अब अनिल कपूर की बेटी के लिए एक पिक्चर बनाई जाए।

भंसाली और मेहरा पागल हैं क्या

अनिल आगे कहते हैं, न ही बेटे हर्ष के लिए मिर्जया बनाने वाले मेहरा ने भाग मिल्खा भाग के बाद मेरे बेटे को लॉन्च करने की कसम खाई थी। ये लोग भंसाली और मेहरा पागल हैं क्या। ये लोग जिंदगी में बिना फायदे के कभी कोई काम नहीं करेंगे। वे दोनों लोग बेहद प्रोफेशनल हैं। जब उन्होंने सोनम और हर्ष में कुछ देखा होगा, तभी अपना समय और मेहनत लगाया होगा।

अपने कलाकारों में कुछ मैजिक देखते हैं

 कभी-कभी वह मैजिक सामने आने में समय लगता है। जितना बड़ा मैजिक होता है, उतना ज्यादा वक्त लगता है। आप याद रखना। ज्यादा बोलूंगा तो छोटा मुंह बड़ी बात हो जाएगी। सब चीज का समय होता है। यह मुकद्दर और नसीब बदल जाएगा किसी को कुछ नहीं पता चलेगा।

कभी-कभी सोचता हूं कि ऐसा क्यों हो गया

अपनी बात समाप्त करते हुए अनिल कहते हैं, बच्चों को लगातार काम करते रहना है और मुझे उन्हें सपॉर्ट करना है। सब ठीक हो जाएगा। मुझे बुरा भी लगता है, कभी-कभी सोचता हूं कि ऐसा क्यों हो गया, ऐसा होना नहीं था। अब जो है वह है। अब बाप हूं तो पागल तो हो नहीं जाऊंगा।

मैंने तो आज तक बेटे के लिए कोई फिल्म नहीं बनाई है, दूसरे लोग ही उसे अपनी फिल्मों में ले रहे हैं। लोग कुछ देख रहे होंगे तब तो उसे अपनी फिल्मों में कास्ट कर रहे हैं। कोई ऐसे ही 30, 40, और 50 करोड़ किसी के ऊपर लगा देगा। कारपोरेटर के जमाने में फ्री में कोई 2 पैसा नहीं लगता है किसी के ऊपर।

अनिल कपूर इन दिनों अपनी रिलीज के लिए तैयार फिल्म ‘फन्ने खान’ के प्रोमोशन में बेहद व्यस्त हैं। फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन, राजकुमार राव, दिव्या दत्ता, सतीश कौशिक और पीहू सांड की अहम भूमिका है। फिल्म को संगीत से सजाया है अमित त्रिवेदी ने। यह फिल्म 3 अगस्त को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी।