बामटा पंचायत अब भी पैदल

बिलासपुर -केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत हर एक गांव को सड़क के साथ जोड़ा जा रहा है। लेकिन  अभी तक कुछ गांव ऐसे हैं जो इस सुविधा से कोसो दूर है। जी हां, हम बात कर रहे हैं बिलासपुर के साथ लगती बामटा पंचायत की। जहां पर कई दशकों से लोगों को घरद्वार पर पहुंचने के लिए कोई भी सड़क सुविधा नहीं है। इसके चलते लोगों को कई मीलों दूर तक पैदल चलकर अपने घरद्वार तक पहुंचना पड़ता है। वहीं, जब बात बरसात के मौसम की आती है तो लोगों को अपने घर-द्वार तक जाने के लिए भारी गंदे नाले से गुजरना पड़ता है।  स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने इस संदर्भ में कई बार जिला प्रशासन और पंचायत प्रधान को अवगत करवा हुआ है। उसके बावजूद भी यहां पर कोई कार्य नहीं किया गया है। इस तरह जिला प्रशासन और पंचायत प्रधान द्वारा बरती जा रही लापरवाही के चलते विभागीय अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।  ग्रामीणों का कहना है कि यहां अगर कोई बीमार हो जाता है तो उसें सड़क तक पहुंचाने के लिए पाल्की का सहारा लेना पड़ता है। तब जाकर मरीज को सड़क तक पहुंचाया जाता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है जल्द से जल्द उन्हें सड़क सुविधा से जोड़ा जाए। इस दौरान आपातकालीन समय में अगर कोई भी घटना घटती है तो इसका जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा। बामटा पंचायत की प्रधान सीमा चंदेल ने कहा कि मिल्कीयत भूमि होने के कारण यहां पर कोई कार्य नहीं हो सकता है। इससे पहले पूर्व पंचायत प्रधान ने यहां पर क्या कार्य किया है, उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की जाएगी।