बारिश के साथ चला तबाही का तूफान

 गगरेट  —मूसलाधार बारिश के साथ आया आंधी-तूफान सोमवार को गगरेट क्षेत्र में तबाही के कई जख्म दे गया। गगरेट व इसके आसपास के गांवों में हुई भारी बरसात व तूफान के चलते कई वृक्ष जड़ों सहित उखड़ गए तो बिजली विभाग के कई खंबे धराशायी हो गए। अंबोटा गांव में एक रसोईघर पर वृक्ष गिर जाने से रसोईघर गिर गया तो एक पशुशाला के गिर जाने से एक भैंस दब कर मर गई। मूसलाधार बारिश के चलते गगरेट कस्बे में भरवाईं रोड ने खड्ड का स्वरूप अख्तियार कर लिया और कई दुकानों में बारिश का पानी घुस गया। सोमवार दोपहर अचानक आई बारिश तबाही का मंजर लेकर आई। तेज फुहारों के साथ चली आंधी के चलते कई पेड़ जड़ों सहित उखड़ कर जमीन पर आ गिरे। कई पेड़ बिजली की तारों पर गिर जाने से बिजली की तारें व खंबे टूट गए। इसके चलते अ बोटा व गगरेट अप्पर गांवों में कई स्थानों पर बिजली गुल हो गई। चंद मिनट में ही आसमान से बारिश की बूंदे इतनी तेजी से गिरी कि गगरेट व अंबोटा खड्ड उफान पर आ गई। यही नहीं बल्कि गगरेट कस्बे का मुख्य चौक खड्ड में तबदील हो गया और यह पता ही नहीं चल पा रहा था कि यहां सड़क भी है। भरवाईं रोड पर स्थित दुकानदारों ने अपनी दुकानों में पानी घुसने से रोकने के व्यर्थ प्रयास किए लेकिन कई दुकानों में पानी घुस जाने से दुकानदारों को भी नुकसान उठाना पड़ा। तेज बारिश के साथ हवाएं इतनी तेज चली कि कई पेड़ उखड़ गए। अंबोटा गांव में निर्दोष कुमार की पशुशाला जमींदोज हो गई और उसमें बंधी भैंस भी मलबे में दबकर मर गई। वहीं चतेहर गांव में एक रसोईघर पर पेड़ गिर जाने से रसोईघर भी जमींदोज हो गया। बरसात के मौसम की इस क्षेत्र में यह तीसरी भारी बारिश है। लोग आने वाले समय में होने वाली बरसात का सोच कर ही कांप रहे हैं। उधर, बिजली विभाग के अधिशाषी अभियंता बलराज सांगर ने बताया कि भारी बारिश के चलते अंबोटा व गगरेट अप्पर में बिजली विभाग को खासा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति सुचारू करने के लिए विभाग के कर्मचारी युद्धस्तर पर डट गए हैं।