बाली पहुंचे तो जा चुके थे सुधीर शर्मा

बैजनाथ – त्रिगर्त 2018 लोकसभा ट्रेनिंग कैंप बीड़ में आयोजित करवाना भी कई मायने रखता है। इसके पीछे बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे, उसके बाद धर्मशाला से विजयी होकर पांच साल तक मंत्री रहे सुधीर शर्मा इस बार के विधानसभा चुनावों में अपनों से ही  मार खा गए। इसके पीछे जो षड्यंत्र रचा गया, उससे सब वाकिफ हैं, मगर आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए कांगड़ा के ही दो कांगे्रस नेता अपनी-अपनी दावेदारी कर अपनी-अपनी गोटियां बिठाने की फिराक में लगे हैं। भले ही हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में दोनों को हार का मुंह देखना पड़ा, जिसकी कल्पना इन दोनों दिग्ग्जों ने सपने में भी नहीं की थी, मगर अब भी दोनों नेता एक-दूसरे को पीछे धकेलने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं। राजनीतिक चाल चलने में माहिर सुधीर शर्मा एवं केंद्रीय संगठन के बलबूते पर राजनीतिक पारी खेलने वाले जीएस बाली किसी भी तरह कांगड़ा-चंबा लोकसभा सीट झटकने के लिए आतुर हैं। इसी कड़ी में पुनः इन दिनों दिग्गजों में राजनीतिक प्रदर्शन चल रहा है, जिसका उदाहरण प्रदेश मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल के कांगड़ा दौरे के दौरान देखने को मिला। दोनों ने ही अपने-अपने समर्थकों संग धाक जमाने की कोशिश की, मगर यहां भी सुधीर शर्मा युवा कांगे्रस के त्रिगर्त-2018 कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र के ट्रेनिंग कैंप के जरिए आगे निकल गए। यही नहीं कैंप के समापन पर बीड़ में आयोजित कार्यक्रम में सुधीर शर्मा के साथ डलहौजी की विधायक आशा कुमारी, पवन काजल, चौधरी चंद्र कुमार, जगजीवन पाल, अजय महाजन, यादविंद्र गोमा, केवल सिंह पठानिया पहुंचे। यही नहीं, सुधीर शर्मा ने आशा कुमारी के साथ खड़ा होकर चंबा में भी सेंधमारी थी, जब सत्र में जीएस बाली के साथ कांगड़ा से पूर्व विधायक सुरेंद्र काकू ही दिखे। यानी आज की बात करें तो सुधीर ने अपने साथ आशा कुमारी व जिला कांगड़ा के अन्य नेताओं को खड़ा किया। यही नहीं, सुबह का सत्र समाप्त कर सुधीर शर्मा बाली के दूसरे सत्र में आने से पहले अन्य नेताओं सहित निकल गए। लोकसभा टिकट की इस दावेदारी के खेल में सुधीर शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आशीर्वाद अपने साथ मानकर चल रहे हैं, जबकि जीएस बाली पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह के साथ खड़े माने जा रहे हैं।