बिजली के बिना डंपिंग स्थल बना शोपीस

नालागढ़ – नालागढ़-रोपड़ मार्ग पर मंझौली के समीप परिषद् का बन रहा डंपिंग स्थल पैसे के अभाव में लटका पड़ा है, नतीजतन शहर के कूड़े-कचरे का सही ढंग से निष्पादन नहीं हो पा रहा है। नगर परिषद् ने अब शहरी विकास विभाग से पैसे की मांग की है। परिषद की योजना के मुताबिक यहां स्टाफ क्वार्टर, चौकीदार रूम, शौचालय का निर्माण होगा, जबकि कूड़ा कचरा निष्पादन से बनने वाली डिकंपोस्ट खाद के लिए भी स्टोर का निर्माण होगा, वहीं इस डंपिंग स्थल को बिजली पानी की सुविधा देने के लिए यहां ट्रांसफार्मर और टयूबवैल बोर भी होगा। इस डंपिंग स्थल को मार्ग से जोड़ने के लिए नगर परिषद् ने बीबीएनडीए से पत्राचार किया है। जानकारी के अनुसार शहर का कूड़ा-कचरा सही ढंग से ठिकाने लगाने का दावा करने वाली नगर परिषद अपने डंपिंग स्थल को 12 सालों में शुरू ही नहीं कर सकी है। नगर परिषद की मंझौली में डंपिंग स्थल को शुरू करने के लिए धनराशि की मांग की गई है। नप नालागढ़ ने इसका प्रारूप तैयार कर शहरी विकास विभाग को मंजूरी के लिए भेज दिया है। परिषद की योजना के तहत शहर के कूड़े-कचरे को सही ढंग से निष्पादित करने के लिए मंझौली में बने डंपिंग स्थल को जहां मुकम्मल कर चालू किया जाएगा, वहीं यहां अन्य सुविधाओं को भी मुहैया करवाया जाएगा। बता दें कि शहर का कूड़ा कचरा सही ढंग से ठिकाने लगाने के दृष्टिगत वर्ष 2005 में परिषद् द्वारा डंपिंग स्थल निर्माण की कवायद शुरू की गई और 2007 में परिषद् को धनराशि मिली थी। बताया जाता है कि कहने को तो यहां परिषद के सफाई कर्मी कूड़ा कचरा ला कर डंप कर रहे है, लेकिन बिजली पानी की सुविधा के अभाव में शहर के कूड़े-कचरे का सही ढंग से निष्पादन नहीं हो पा रहा है और यह लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है।