भू-स्खलन की चपेट में कैंट के पांच भवन

सोलन  —कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर कुमारहट्टी के समीप लगातार भू-स्खलन से कैंट के पांच भवनों खतरे की जद में आ गए है। इन भवनों से कुछ भवनों को तो खाली करवा लिया गया है। बताया जा रहा है कि लगातार तीन दिन बारिश के कारण फोरलेन के लिए निमार्णाधीन  फ्लाईओवर के समीप बारिश के कारण पहाड़ से मिट्टी सड़क पर गिर रही थी, लेकिन अब स्थिति अतिसंवेदनशील बन गई है ओर पांच भवनों पर संकट के बादल मंडराने लगे गए है। गौरतलब  हो कि कालका-शिमला नेशनल हाई-वे बरसात के कारण खतरे की चपेट में है और जगह -जगह पर मलबा गिरने के कारण लोगों को भारी नुकसान सहना करना पड़ रहा है। बरसात के मौसम जहां इन दिनों पहाडि़यों पर जेसीबी का पीला पंजा चला हुआ है, वहीं पहाड़ दरकने के मामले भी सामने आ रहे है। शुक्त्रवार रात हुई बारिश के कारण हाई-वे भू-स्खलन का सिलसिला जारी रहा। जिसके चलते कुमारहट्टी समीप कैंट के पांच रिहायशी भवन खतरे की जद में है। वहीं आगामी दिनों के बरसात के कारण मिट्टी अधिक खिसकती है तो इन भवनों पर कुछ भी सकता है। बीते दिनों में कई जगहों पर बारिश के बाद पहाड़ी के दरकने से कई वाहन इस की चपेट में आए है। हालांकि पहाड़ी से मलबा आने के चलते पहाड़ी वाली साइड को पूरी तरह से बंद किया गया है, जिस कार हाई-वे  वन -वे ट्रैफिक चला हुआ । बीते शनिवार को धर्मपुर बाजार में भू-स्खलन से सीआरपीएफ बेस कैंप खतरे की जद में है।