मंडी के लिए बनेगा इलेक्ट्रिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम!

आईआईटी मंडी तैयार कर रही प्रोजेक्ट, छोटे किसानों के लिए भी बनेंगी मशीनें

मंडी—हिमालय की वादियों में बसी देश की पहली आईआईटी मंडी कमांद कई नए बडे़ प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। आईआईटी मंडी अब मंडी जिला को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम देने के लिए तकनीक करने में जुटी हुई है। इसके साथ प्रदेश के कृषि उत्पादन में समग्र वृद्धि के लिए छोटे किसानों के लिए भी आईआईटी मंडी ने मशीन इंटेलिजेंस क्रॉप एडवाइजरी का वितरण करने का निर्णय लिया है। आईआईटी मंडी इसके साथ ही प्रदेश के किसानों के लिए आल सीजन प्लांट नर्सरी की तकनीक भी विकसित करने में लगी हुई है। आईआई मंडी के निदेशक प्रो. टिमोथी गोंजाल्विस ने बताया कि प्रदेश के किसानों और ग्रामीणों के लिए कीड़ों का प्रकोप, तापमान में अचानक परिवर्तन, मौसम और जलवायु में बड़ा परिवर्तन आदि कई चुनौतियां बढ़ गई हैं। पर्यावरण में तेज परिवर्तन की वजह से क्षेत्र की खाद्य सुरक्षा पर संकट दिख रहा है। इसलिए राज्य की खाद्य सुरक्षा के लिए आईआईटी मंडी की एक टीम ने आल-सीजन प्लांट नर्सरी लगाने के व्यावहारिक पहलुओं का अध्ययन किया। इससे खाद्य सुरक्षा बढ़ेगी और प्रदेश में जीविका के पारंपारिक साधन भी सुरक्षित रहेंगे। आईआईटी मंडी के छोटे पैमाने का एक नर्सरी प्रोटोटाइप डिजाइन किया, ताकि राज्य के किसानों की समस्याएं सामने आएं। इसके साथ ही आईआईटी मंडी के लिए स्थानीय विकास का एक अन्य महत्त्वपूर्ण क्षेत्र स्मार्ट सीटीज है। संस्थान के सदस्यों ने शहर की स्थानीय सुविधाओं का अध्ययन किया और स्थानीय लोगों को और अधिकारियों से उन क्षेत्रों को सामने रखने का आग्रह किया, जिन्हें विकास के ऐसे प्रयासों से बड़ा लाभ होगा।

लोकल जरूरत के हिसाब से फिल्टर

सुंदरनगर के गांवों के पानी में मौजूद प्रदूषणों की जानकारी हासिल करने के बाद आईआईटी के विद्यार्थियों ने पानी फिल्टर करने का विशेष उपकरण बनाया, जो आयरन और जैविक प्रदूषण दूर करने में सक्षम होंगे। विद्यार्थियों ने फिल्टर का प्रोटोटाइप तैयार किया है, जिसका समस्याग्रस्त समुदायों में परीक्षण किया जाएगा। लोगों की जरूरत के हिसाब से यह फिल्टर तैयार किया जा रहा है।

गाड़ी चलाते नींद की भी चिंता नहीं

वाहन चलाते समय अचानक नींद आने से होने वाले हादसों से लोगों को बचाने के लिए भी आईआईटी मंडी ने विशेष तकनीक तैयार की है, जिसमें आईआईटी मंडी टीम ने बेहतर प्रोटोटाइप बनाए, जिनकी मदद से ड्राइवरों को अधिक आराम मिलेगा और ड्राइविंग के दौरान नींद का खतरा भी दूर होगा। इन प्रोटोटाइप में पोर्टेबल और कंफ र्टेबल सीट कवर, चेहरा पढ़ लेने वाला डिवाइस है, जो नींद आने का संकेत देगा।