मंडी में भगवान जगन्नाथ की शाही सवारी

पुरी की तर्ज पर शहर में निकली रथयात्रा, भक्तों ने झूमते-गाते हुए किए दर्शन

मंडी – शनिवार को देवी-देवताओं की छोटी काशी में भगवान जगन्नाथ रथयात्रा धूमधाम के साथ निकाली गई। भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा और बलराम के साथ रथ पर सवार होकर निकले, तो मंडी शहर में भक्त उनके दर्शनों को उमड़ आए। भक्तजनों ने अपने हाथों से भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचा और हरे रामा हरे शामा की धुनों पर नाचते गाते हुए रथ यात्रा में शामिल हुए। पड्डल मैदान स्थित भगवान जगन्नाथ के मंदिर में सुबह से दोपहर तक जहां विष्णु सहस्त्र नामों का जप होता रहा, वहीं पिछले सात दिन तक भगवत कथा का भी आयोजन हुआ। वहीं रीत के अनुसार ओडि़सा में स्थित भगवान जगन्नाथ के पुरी धाम की तर्ज पर शनिवार को मंडी में भी रथ यात्रा का आयोजन किया गया। रथ में भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा को बैठाया गया तथा लोगों ने रथ को हाथों से खींचते हुए पुलिस लाइन से होते हुए सुकेती पुल, महामृत्युंजय मंदिर, सेरी बाजार और चौहाटा बाजार में पहुंचने के बाद बाबा भूतनाथ मंदिर तक पहुंचाया। यहां पर भूतनाथ मंदिर के महंत ने भगवान जगन्नाथ की आरती उतारी और पूजा-अर्चना की। इसके बाद रथ फिर गांधी चौक से होकर नए पुल से पड्डल तक पहुंचा। वहीं रथयात्रा के दौरान सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन किया व भगवान जगन्नाथ के ध्यान में डूबी महिलाओें ने जमकर नृत्य भी किया।  इस अवसर पर भगवान जगन्नाथ मंदिर पड्डल के पुजारी प्रभुदास ने बताया कि भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की पूजा-अर्चना व आराधना करने से सभी कष्ट कलेश दूर होते हैं। यात्रा के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान का आशीर्वाद लिया तथा अपने सुख-शांति की कामना की। वहीं भगवान जगन्नाथ मंदिर में रविवार को विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है।