मनाली-चंडीगढ़ हाई वे पर 15 घंटे ठप रहा ट्रैफिक, भूस्खलन का खतरा अभी बरकरार

 मनाली – मनाली के समीप क्लाथ के पास पहाड़ी दरकने से एनएच 21 मनाली-चंडीगढ़ करीब 15 घंटे बंद रहा। इस दौरान जहां गाडिय़ों की लंबी कतारें लगी रहीं, वहीं प्रशासन ने छोटे वाहनों को बाया नग्गर मनाली भेजा। बरसात के शुरुआती दौर में ही कुल्लू-मनाली के बीच भूस्खलन का दौर शुरू हो गया है। कुल्लू से मनाली तक राइट बैंक की तरफ से जहां सडक़ निर्माण कार्य चला हुआ है, वहीं सडक़ की हो रही कटिंग भूस्खलन का सबसे बढ़ा कारण बनी है। घाटी में रविवार से ही मौसम खराब बना हुआ है और बारिश का दौर रूक-रूक कर चल रहा है। लिहाजा बारिश के बीच मनाली-चंडीगढ़ हाई वे पर क्लाथ के समीप पहाड़ी के दरक जाने से रफ्तार पर ब्रेक लग गई है। सोमवार सुबह भी रांगड़ी में भूस्खलन होने से जहां पेड़ सडक़ पर आ गिरा था, वहीं काफी मिट्टी भी सडक़ पर आ गई थी, जिसे हटाने के लिए ही प्रशासन को चार से पांच घंटे लग गए थे। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त हाई वे पर कितना ज्यादा मलावा आया होगा। अभी प्रशासन इस मलबे को हटा कर राहत की सांस ले ही रहा था कि पता चला कि क्लाथ के पास पहाड़ी दरक गई है । और एक बार फिर मनाली-चंडीगढ़ हाई वे यातायात के लिए प्रभावित हो गया है। पहाड़ी के दरकने से यहां जहां बड़ी-बड़ी चट्टाने सडक़ पर आ गई थी,वहीं मिट्टी के भी ढ़ेर सडक़ पर लग गया था। ऐसे में सोमवार रात भर मनाली-चंडीगढ़ हाई वे यातायात के लिए ठप रहा। एसडीएम मनाली रमन घरसंघी का कहना है कि भूस्खलन काफी ज्यादा था। सडक़ पर बड़ी-बड़ी चट्टाने गिर जाने से मार्ग बहाली में कुछ देरी हुई है। उन्होंने कहा कि मौसम बेहद खराब है और इस बीच रात में भी काफी देर तक सडक़ से मलवा हटाने का काम चलता रहा। उन्होंने कहा कि मंगलवार सुबह ही मार्ग को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। बहरहाल 15 घंटे बाद मनाली-चंडीगढ़ हाई वे यातायात के लिए बहाल हो सका है।