मिल्लाह में रिहायशी मकान धराशायी

शिलाई —बीते 36 घंटे से लगातार हो रही बारिश से शिलाई क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हर नदी-नाला, खड्ड उफान पर है। कई रिहायशी मकानों की दीवारें गिर गई हैं तथा लोगों के खेत में भू-स्खलन का मलबा फसलों में जा घुसा है तथा कई लोगों के खेत, रास्ते भू-स्खलन की चपेट में आए गए। यदि बारिश का कहर इसी तरह जारी रहा तो क्षेत्र में काफी नुकसान हो सकता है। प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार राजेंद्र सिंह गांव  बुगलाड़ी ग्राम पंचायत मिल्लाह का रिहायशी मकान गिर जाने से 80 हजार की क्षति हुई है। इसके अतिरिक्त धंकोली गांव के रूप राम शर्मा की 75 मीटर लंबी मकान की सुरक्षा दीवार, कल्याण सिंह गांव वश्वा के मकान की सुरक्षा दीवार, जगत सिंह उतरी गांव का आम का बागीचा, रण सिंह क्यारी के 70 पेड़ देवदार, शिवानंद शर्मा गांव खजूरी के मकान की फसल का खेत, सुंदर सिंह गांव खजूरी के मकान की सुरक्षा दीवार भू-स्खलन की चपेट में आई है, जिससे इन सभी लोगों को लाखों रुपए की क्षति हुई है। इसके अतिरिक्त सूरत सिंह गांव डिमटी की गाय तथा बछड़ी भू-स्खलन के मलबे में दबकर मर गई है।उन्होंने बताया कि तहसील के सभी पटवारियों को आदेश जारी कर दिए हैं कि वह अपने-अपने पटवार क्षेत्र में बारिश से होने वाले नुकसान पर नजर रखें तथा जल्द ही पीडि़तों के केस बनाकर तहसील मुख्यालय को भेजे जाएं। उन्होंने तहसील वासियों से आह्वान किया है कि नदी-नाले व खड्डों के किनारे न जाएं तथा जहां भू-स्खलन हो रहा हो उससे दूरी बनाए रखें।