मेहनत कर रहा किसान, जेबें भर रहे बिचौलिए

 केलांग —लाहुल में सब्जियों का सीजन पिट गया है। मार्केट यार्ड न होने के कारण यहां के किसानों को न तो फसलों के अच्छे दाम मिल रहे हैं और न ही उनकी फसल सीधे मंडियों में पहुंच रही है। यहां बिचौलिए किसानों को खूब चूना लगा रहे हैं और फसल का दाम खुद तय कर खरीद रहे हैं। कृषि मंत्री के जिला में मार्केट यार्ड तक न होने से जहां किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं किसानों को उनकी मेहनत का पैसा भी नहीं मिल रहा है। हालांकि हाल ही में कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने लाहुल के कारगा में अस्थायी मार्केट यार्ड खोलने की बात कही थी, लेकिन वह योजना भी ठंडे बस्ते में पड़ गई। लाहुल के किसानों को जहां इस बार मटर की फसल के अच्छे दाम नहीं मिले हैं, वहीं अब फूलगोभी भी किसानों को रुला रही है। फूलगोभी, जो गत वर्ष 30 से 35 रुपए प्रतिकिलो बिक रही थी, वह इस वर्ष 16 रुपए प्रति किलो बिक रही है। लाहुल के किसान तेंजिंग का कहना है कि इस साल तो दाम और भी कम मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि पटन घाटी में तो किसानों को अभी तक उनकी मटर की फसल के पैसे नहीं मिले हैं। व्यापारी लाहुल के किसानों को इसी तरह परेशान करते हैं। किसानों के पास कोई और विकल्प न होने से किसान मजबूरन इन्हें ही फसल बेचते हैं। किसान दिनेश, राजेश, अशोक, छेरिंग का कहना है कि मटर का सीजन तो करीब-करीब चला गया, लेकिन गोभी के दाम भी इस बार लाहुल के किसानों को नहीं मिल पा रहे हैं। लाहुल के खेतों में दिन-रात मेहनत करने वाले किसानों की प्रदेश सरकार से मांग है कि लाहुल में जल्द मार्केट यार्ड बनाया जाए, ताकि यहां के किसानों को फसल बेचने के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े। किसानों का कहना है कि लाहुल की सब्जी की बाहरी सब्जी मंडियों में अच्छी डिमांड रहती है और इनके दाम भी अच्छे मिलते हैं, लेकिन इस बार बिचौलिए किसानों को अपनी इच्छा अनुसार फसलों के दाम दे रहे हैं। ऐसे में किसान मजबूर होकर सस्ते में ही फसल इनकों बेच रहा है।