यूरो कप न हारते तो नहीं बन पाते विश्व चैंपियन

By: Jul 16th, 2018 10:32 pm

फ्रांस के कोच डिशैंप्स बोले, टीम ने पुर्तगाल से मिली हार से सीख लेकर जीता खिताब

मॉस्को – फ्रांस के लिए 20 वर्षों के अंतराल में बतौर कप्तान और फिर कोच विश्वकप हीरो साबित हुए डिडियर डीशैंप्स ने अपनी फुटबाल टीम के रूस में फीफा विश्व चैंपियन बनने के पीछे मानसिक मजबूती को वजह बताया है।  यूरो 2016 फाइनल में पुर्तगाल से मिली हार को याद करते हुए डीशैंप्स ने कहा कि यदि वे यूरो चैंपियन बनते तो शायद विश्व चैंपियन नहीं बन पाते, क्योंकि उस हार ने उन्हें काफी कुछ सिखाया है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए सबसे गर्व की बात यह है कि खिलाड़ी मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं। फाइनल मैच में टीम ने कई गलतियां कीं, हमने सब कुछ सही नहीं किया, लेकिन हम मानसिक रूप से मजबूत थे, जो विश्व कप में हमारे लिए निर्णायक साबित हुआ। फ्रांस को हालांकि काफी देर तक क्रोएशिया के खिलाफ संघर्ष करना पड़ा और क्रोएशियाई खिलाड़ी मारियो मांडजुकिक के आत्मघाती गोल से जाकर उन्हें 1-0 की बढ़त मिली। हालांकि 28 मिनट बाद क्रोएशिया ने फिर बराबरी का गोल किया, लेकिन फ्रांस को मिली पेनल्टी और उस पर एंटोन ग्रीजमैन के सटीक निशाने ने टीम को बढ़त दिला दी, जिसके बाद फिर फ्रांसीसी टीम का आत्मविश्वास पूरी तरह लौट आया और वह क्रोएशिया पर भारी दिखी।

कोच दो बार बने चैंपियन बनने के गवाह

फ्रांस के कोच डेशचैंप्स के लिए जीत इसलिए अहम है, क्योंकि उनकी कप्तानी में ही फ्रांस ने 1998 में ब्राजील को 3-0 से हराकर फुटबाल वर्ल्ड कप जीता था। वह तीसरे ऐसे शख्स बने, जिसने बतौर खिलाड़ी और मैनेजर टीम के लिए वर्ल्ड कप जीता हो। इससे पहले ब्राजील के मारिया जैगालो और जर्मनी के फ्रांज बैकनबॉर ऐसा कर चुके हैं

जोश में होश खो बैठे फ्रांसीसी

पेरिस — फ्रांस की विश्व कप जीत का लाखों प्रशंसकों ने जहां सड़क पर उतरकर जश्न मनाया, वहीं चैंप्स एलिसीस एवेन्यू में दर्जनों युवाओं ने एक लोकप्रिय स्टोर की खिड़कियां तोड़ डाली और लूटपाट की। रविवार रात को स्की मास्क पहने लगभग 30 लोग पब्लिसिस ड्रग्सस्टोर में घुस गए और बाद में वाइन और शैंपेन की बोतलें लेकर भाग गए। वहीं, कई शहरों में सड़क हादसे हुए। वहीं, एक जगह तो जीत की खुशी में एक व्यक्ति नदी में कूद गया।

पूरा इनाम दिव्यांगों के नाम

पेरिस — फ्रांस के स्ट्राइकर किलियन एमबापे ने विश्व कप से हुई सारी कमाई को एक चैरिटी संस्था को देने का फैसला किया है। एमबापे ने फ्रांस के विश्व कप विजेता बनने में अहम रोल निभाया। एक खेल पत्रिका के अनुसार विश्व कप से एमबापे को तीन करोड़ 49 लाख की कमाई हुई। इस कमाई को वह अस्पताल में भर्ती और दिव्यांग बच्चों को मुफ्त में खेलों से जुड़ें सामान मुहैया कराने वाली चैरिटी संस्था प्रीमियर्स डी कोर्डी को देंगे।

 


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