शिलाई में पानी को लेकर गरजी महिलाएं

शिलाई -पेयजल किल्लत से परेशान उपमंडल शिलाई के गांव बागना की महिलाओं का आखिरकार सोमवार को सब्र का बांध टूट गया। गांव बागना की तीन दर्जन से ज्यादा महिलाएं सोमवार को शिलाई में आ पहुंची तथा उन्होंने डीवाईएफआई के बैनर तले शिलाई बाजार में सिंचाई विभाग एवं प्रदेश सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। महिलाओं का कहना है कि बीते दो महीने से उनके गांव में पानी की सप्लाई नहीं आ रही है। कई बार सिंचाई विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को कहने के बावजूद भी जब उनके गांव को पेयजल आपूर्ति नहीं हुई तो महिलाओं के सब्र का बांध टूट गया और उन्हें इस प्रदर्शन के लिए विवश होना पड़ा। महिला मंडल बागना की अध्यक्ष शीला देवी का कहना है कि गत दिनों उनकी पंचायत में आयोजित जनमंच कार्यक्रम के दौरान जब जनमंच में मंत्री महोदय पहुंचे तो उस दिन 10 मिनट के लिए पानी छोड़ा गया, लेकिन उसके बाद आज तक पानी की एक बूंद भी नहीं आई। महिलाओं का कहना है कि न तो उनके शौचालय के लिए पानी है न ही उन्हें पीने के लिए पानी है। बिना पानी के बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं। पूरे गांव में गंदगी ही गंदगी फैल रही है, जिससे रोगों के फैलने का भय सता रहा है। उन्हें बाहरी बहाव का दूषित पानी तीने से चार किलोमीटर दूर से ढोकर लाना पड़ रहा है, जिससे गांव में जलजनित रोगों के फैलने की आशंका हो गई है। महिलाओं ने पहले शिलाई बाजार में प्रदर्शन किया तथा उसके बाद एसडीएम शिलाई के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी है कि यदि दो दिनों के भीतर उनकी पेयजल व्यवस्था बहाल नहीं हुई तो महिलाएं चक्का जाम कर उग्र प्रदर्शन करेंगी। उधर इस संबंध में कार्यकारी एसडीएम शिलाई मस्तराम कश्यप ने महिलाओं के ज्ञापन मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि ज्ञापन आगामी कार्रवाई हेतु जिलाधीश सिरमौर को भेज दिया है तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह जल्द से जल्द गांव बागना की पेयजल आपूर्ति बहाल करें। प्रदर्शनकारियों में डीवाईएफआई के अभय धामटा, सुरेंद्र चौहान, आशा देवी, गीता देवी, मुंबा, मुरतो देवी, उजला देवी, भंवरी देवी, राधा देवी, पानो देवी, मीना देवी, गुलाबी देवी, मालो देवी, हीरो देवी, अनीता चौहान, रुकमणी देवी, विमला देवी, प्रियंका, गीता देवी, मेहंदी देवी सहित बागना की तीन दर्जन से ज्यादा महिलाओं ने भाग लिया।