सेब सीजन…पकड़ी रफ्तार

 शिमला —फल मंडियों में सेब की डिमांड बढ़ने के साथ सेब के दामों में भी उछाल आया है। सेब के दामों में बीते दिनों के मुकाबले 400-500 रुपए की बढ़ोतरी आई है, जिससे बागबानों के चेहरे खिल गए हैं। ट्रक आपरेटरों की हड़ताल खत्म होने और मौसम खुलते ही फल मंडियों में अराइवल के आंकड़े में भी इजाफा हुआ है। प्रदेश के ढली फल मंडी में अराइवल 15 हजार बॉक्स तक पहुंच गई है, जबकि हड़ताल व मंडियों में कारोबार बंद होने के चलते बीते शुक्रवार को फल मंडी खाली हो गई थी। कारोबार सामान्य होने के चलते मंडी में चहल-पहल बढ़ गई है, जिससे दोराहे पर खड़े किसानों-बागबानों ने राहत की सांस ली है। फल मंडियों में इन दिनों मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों से सेब पहुंच रहा है। मंडियों में पहुंच रहा सेब गुणवत्तायुक्त है, जिसके चलते आगामी दिनों के दौरान भी बागबानों को अच्छे दाम मिलने की उम्मीदें जताई जा रही हैं।

स्पर तीन हजार तक

स्पर सेब के दाम फिर से तीन हजार रुपए तक पहुंच गए हैं। ढली फल मंडी में स्पर सेब तीन हजाररुपए तक बिका। इसके अलावा रॉयल सेब 2600, नाशपाती 2500, टाइडमैन एक हजार और रैड गोल्डन 1400 से 1500 रुपए प्रति बॉक्स के हिसाब से बिका।

टेंशन फ्री हुए…

20 जुलाई से ट्रांसपोर्टर हड़ताल पर चले गए थे।  हड़ताल का असर सीजन पर पड़ना शुरू हो गया था। ढुलाई के लिए गाड़ी न मिलने पर आढ़ती एसोसिएशन ने फल मंडियों में कारोबार बंद कर दिया था। हड़ताल खत्म होने से अब फल मंडियों में कारोबार सामान्य हो गया है, जिससे बागबान अब चिंतामुक्त दिख रहे हैं।

तुड़ान में जुटे बागबान

प्रदेश में हड़ताल खत्म होते ही मौसम ने भी करवट ली है। जिला शिमला में बीते 2-3 दिनों के दौरान धूप खिली रही, जिसका बागबान लाभ उठा रहे हैं। ऊपरी शिमला में सेब तुड़ान कार्य जोरों पर है। बागबान तैयार फसल को मार्केट में पहुंचाने के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं।