हैल्थ कार्ड…इनपुट सही….आउटपुट गलत

डरोह  —प्रदेश की यूनिवर्सल हैल्थ प्रोटेक्शन स्कीम के तहत बन रहे हैल्थ कार्ड को भवारना अस्पताल में  बनवाने में लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रही  है ।  डरोह के अजय कुमार ने बताया  कि   ऑनलाइन अप्लाई करने के बाद कार्ड प्रिंट करने में सर्वर से डाटा गलत बताया जा रहा है, जबकि ऑनलाइन प्रिंट में डाटा बिलकुल वैसा ही मिल रहा है, जैसा की अप्लाई करती बार फीड किया था।  उन्होंने कहा कि हैल्थ कार्ड बनवाने हेतु उन्होंने ऑनलाइन अप्लाई किया। इसके बाद ऑनलाइन पेमेंट कर  एप्लीकेशन का प्रिंट लिया, तो उसमें डाटा ठीक था।  इसके बाद  परिवार के साथ बायोमेट्रिक अपडेट करवाने और आधार कार्ड प्रिंट करवाने  भवारना अस्पताल गए, तो आपरेटर ने बताया कि उनके परिवार के सभी सदस्यों की जन्म तिथि गलत भरी गई है। ऑनलाइन निकाले गए प्रिंट को दिखाने के बाद भी आपरेटर ने कहा कि अब  जन्म तिथियां ठीक नहीं होंगी और हैल्थ कार्ड रिजेक्ट हो जाएगा। बार-बार रिक्वेस्ट करने के बाद भी आपरेटर ने नहीं मानी तो अस्पताल के बाहर लगे हैल्थ  स्किम के फ्लेक्स बोर्ड  में दिए गए कस्टमर केयर नंबर पर बात की, तो उन्होंने बताया कि डाटा अपडेट हो जाएगा। आप आपरेटर से बात करवाइए। इसके बाद आपरेटर ने कस्टमर केयर वालों से बात कर डाटा अपडेट कर दिया।  सवाल यह है कि  हैल्थ कार्ड आपरेटर छोटे से काम को करने में बाद विवाद में पड़ गया।  उस समय वहां और भी महिलाएं थीं, जिन्होंने बताया कि उनके साथ भी वैसा ही हुआ है, उनके परिवार का ब्यौरा भी सर्वर में गलत बता रहा है। अजय कुमार ने सर्वर की गलती तो पकड़ ली, परंतु उन लोगों का क्या होगा, जिन्होंने 365 रुपए ऑनलाइन फीस का भुगतान किया है  और हैल्थ कार्ड में गलत जन्म तिथि फीड हो चुकी है। आधार कार्ड का डाटा सर्वर के  डाटा से लिंक नहीं होने पर हैल्थ कार्ड रिजेक्ट न हो, अब यही डर सता रहा है। लोगों ने आधार कार्ड बनवाने वाली एजेंसी से मांग की है कि उनके हैल्थ कार्ड में भी डाटा गलत है तो ठीक किया जाए। इस बारे बीएमओ भवारना  सुभाष शर्मा ने कहा कि हैल्थ कार्ड बनवाने का काम उनका नहीं है , यह काम कोई दूसरी एजेंसी कर रही है। हमने तो सिर्फ हैल्थ कार्ड बनबाने के लिए अस्पताल में जगह दी है। डाटा गलत है, तो इसकी जिम्मेदारी उसी एजेंसी की है।