ईदगाह में गिरा मकान

  शिमला —शहर के रूल्दूभट्टा वार्ड के ईदगाह में मंगलवार को एक मकान जमींदोज हो गया। भारी बारिश के कारण पहले मकान के आगे लगा डंगा गिरा, डंगा गिरने के बाद तीन कमरों का मकान ढह गया। इसके चलते कमरों में रखा सारा सामान क्षतिग्रस्त हो गया। बीते रोज हुई मूसलाधार बारिश के चलते इर्द-गिर्द ईदगाह में भवन के आगे लगा डंगा गिर गया। डंगा गिरने से मकान में दरारें आ गई थी। मंगलवार सुबह के समय यह मकान जमींदोज हो गया। वार्ड पार्षद संजीव शर्मा ने बताया कि मकान गिरने से किसी तरह का जानी नुक्सान नहीं हुआ है। मगर मकान के भीतर रखा सारा सामान क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा वार्ड के ईदगाह क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के बाद तीन-चार और मकानों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। शिमला के कृष्णानगर, टुटू और अप्पर ढली में भी कई भवन खतरे की जद में है।

मूसलाधार बारिश से सहमे लोग

शिमला में मूसलाधार बारिश के चलते जगह-जगह भू-स्खलन होने और पेड़ों के गिरने से भारी नुक्सान हुआ है। बारिश का पानी डंगों में भरने से जगह-जगह डंगे फुल गए हैं। वार्डों में कई स्थानों पर पेड़ खतरा बने हुए हैं। ऐसे में राजधानी के लोग सहमे हुए हैं।

शिक्षा मंत्री व डीसी पहुंचे अप्पर ढली

मंगलवार को शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और उपायुकत शिमला अमित कश्यप ने अप्पर ढली वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अप्पर ढली में उन मकानों का निरीक्षण किया जिसमें भारी बारिश के चलते दरारें आ गई थी। हालांकि खतरे को देखते हुए इइन मकानों को खाली कर दिया गया है। मगर उक्त मकानों के कभी भी जमींदोज होने का खतरा कायम है।

भंडारण टैंक में भी दरारें

रिज मैदान के जल भंडारण टैंक में भी दरारें देखने को मिली हैं। हालांकि नगर निगम प्रशासन ने इन दरारों को बढ़ता हुआ देखकर रूढ़की व एसजेवीएनएल से संपर्क किया था। मगर अभी तक अंगे्रजों के जमाने में बने टैंक को बचाने की कवायद आरंभ नहीं हो पाई है।

वैज्ञानिक पहले ही कर चुके हैं आगाह

रिज को धंसता देखा भू गर्भीय वैज्ञानिक पहले ही नगर निगम को आगाह कर चुके हैं। रिज पर किसी भी तरह के दबाव को टाले जिसे निगम प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया।  रिज के जीर्णोद्धार के लिए एडीबी द्वारा स्वीकृत करोड़ों के बजट को अगर समय पर प्रयोग में लाया जाता तो रिज को धंसने से बचाया जा सकता था और बार-बार पेश आ रही समस्या को टाला जा सकता था। मगर अफसोस प्रोजेक्ट का कहीं कोई अता-पता नहीं है।