काजा-ग्रांफू सड़क पर लोगों को डरा रहे नाले

केलांग —बर्फीले रेगिस्तान के नाम से विख्यात लाहुल-स्पीति की सड़कों से नहीं अब राहगीर यहां के नालों से डर रहे हैं। ग्रांफू-काजा सड़क ऐसे ही कुछ चार-पांच नालों से होकर गुजरती है और यहां से गुजरना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इस सड़क पर अगर आपको सफर करना है, तो इन नालों को दोपहर से पहले ही पार करना पड़ता है। दोपहर बाद इन नालों का पानी लगातार बढ़ाना शुरू हो जाता है और यहां से गुजरना वाहन चालकों के लिए नई चुनौती पैदा कर देता है। ऐसे में लाहुल-स्पीति आने वाले सैलानियों को काजा-ग्रांफू सड़क पर बहने वाले नाले लगातार डरा रहे हैं। रविवार को भी छोटा दड़ा के समीप बहने वाले नाले का जलस्तर समान्य से ज्यादा होने के कारण राहगीरों के लिए आफत बनता रहा। हालांकि यहां यातायात तो प्रभावित नहीं हुआ, लेकिन वाहन चालकांे के लिए नाले के बढ़े जलस्तर ने परेशानियां जरुर खड़ी की। काजा-ग्रांफू सड़क की हालत किसी से छिपी नहीं है और ग्रांफू से बातल तक सड़क की हालत देख यह कहा ही नहीं जा सकता कि उक्त सड़क वाहनों के चलने लायक है। सड़क बीआरओ के पास होने के बावजूद इस पर आज तक मैटलिंग का कार्य नहीं किया जा सका है। ऐसे में अब उक्त सड़क पर पड़ने वाले नाले राहगीरों को डरा रहे हैं और कभी भी उफान पर बह रहे हैं। स्पीति जाने वाले सैलानियों के हवाले से कहें तो उक्त सड़क की हालत तो खराब है ही, लेकिन उससे ज्यादा खतरनाक यहां के नाले हैं, जिनमें कभी बाढ़ आ जाती है। ऐसे में स्पीति की उक्त सड़क पर सफर करने वाले लोगों को अब यहां बहने वाले नाले डराने लगे हैं। लाहुल-स्पीति के स्थानीय लोगों का कहना है कि काजा-ग्रांफू सड़क पर सफर करना है तो रास्ते में पड़ने वाले नालों को नजर अंदाज बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। इन नालों को दोपहर से पहले-पहले पार कर जाना चाहिए। दोपहर बाद इन नालों में पानी बढ़ना शुरू हो जाता है,जो कभी बाढ़ का रूप भी ले लेते हैं। ऐसे में स्पीति की उक्त सड़क पर नाले राहगीरों के लिए सबसे बड़ी आफत बने हैं। उधर, कार्यकारी उपायुक्त एवं एसडीएम केलांग अमर नेगी का कहना है कि काजा-ग्रांफू सड़क पर छोटा दड़ा के समीप बहने वाला नाले में आए दिन पानी बढ़ जाता है। राहगीरों को उक्त सड़क पर मौसम को ध्यान में रख सफर करना चाहिए। बहरहाल स्पीति की सड़कों पर सफर करने वाले लोगों को नाले डरा रहे हैं।