किसानों को खींच रही वाकनाघाट मंडी

सोलन  —वाकनाघाट स्थित फल एवं सब्जी उप-मंडी किसानों को अपनी ओर खींचे जा रही है। इसका प्रमुख कारण यह है कि मंडी में आढ़तियों द्वारा टमाटर के के्रट को बोली द्वारा नहीं बल्कि वजन के हिसाब से खरीदे जा रहा है। बीते वर्ष वाकनाघाट स्थित शुरू हुई यह उप मंडी जिला की पहली ऐसी मंडी है जहां टमाटर के क्रेट का वजन किया जा रहा है। किसानों को वजन के अनुसार ही भाव दिया जा रहा है। इससे किसानों को उसके उत्पाद का सही दाम मिल रहा है वहीं उनके मन में भाव के प्रति कोई आशंका भी नहीं रह रही है। यही कारण है कि सोलन क्षेत्र के किसान भी अपनी फसल बेचने के लिए उप मंडी वाकनाघाट पहुंच रहे है। उप मंडी वाकनाघाट किसानों के दिलों में तो छाप छोड़ ही रही है, साथ ही कृषि एवं उपज मंडी समिति के लिए कमाउपुत भी बन रही है। उप मंडी इस वित्त वर्ष में  नौ करोड़ रुपए का कारोबार कर चुकी है। इससे कृषि उपज एवं मंडी समिति भी गदगद है। जानकारी के अनुसार मंडी यार्ड परिसर पर प्रतिदिन क्षेत्र से 3500-4000 तक क्रेट टमाटर पहुंच रहा है। जो कि सोलन, धर्मपुर के बाद तीसरे स्थान पर है। इसी क्रम में बुधवार को उप मंडी में  टमाटर 12-16 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से बिका। यही नहीं किसानों को टमाटर के अलावा शिमला मिर्च के भी अच्छे भाव मिल रहे हैं। मंडी में रोजाना शिमला मिर्च की 40-50 बोरियां पहुंच रही है। बुधवार को किसानों को शिमला मिर्च के 25 रुपए से लेकर 30 रुपए तक के दाम मिले।

सोलन में 300 रुपए बिका टमाटर

फल एवं सब्जी मंडी सोलन में एक बार फिर टमाटर के रेट कम हुए हैं। मंडी परिसर में हिमसोना किस्म टमाटर 300 रुपए प्रतिक्रेट के हिसाब से बिका। वहीं बीते दिनों की अपेक्षा मंडी परिसर में कम टमाटर पहुंचा। बावजूद इसके किसानों को टमाटर के वाजिब रेट नहीं मिले।