तीन दिन से बारिश, हिमाचल तर-ब-तर
भू-स्खलन से अभी भी 90 से ज्यादा रोड बंद, कई आशियाने खतरे में
शिमला — प्रदेश में मानसून की बौछारों ने फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। तीन दिन से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बारिश के चलते जहां भू-स्खलन होने से 90 से अधिक मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़े हुए हैं, वहीं राज्य में भू-स्खलन से कई जगह भवन भी खतरे की जद में हैं। सोमवार को प्रदेश में भू-स्खलन के कारण 92 सड़कों पर यातायात ठप रहा है। सबसे ज्यादा मार्ग जोगिंद्रनगर में अवरुद्ध रहे। जोगिंद्रनगर सर्किल में 27 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध रही। शिमला में दस, रामपुर व किन्नौर में 15, नाहन में 17, रोहड़ू में दो, मंडी में 13, हमीरपुर में 7 और ऊना में एक मार्ग अवरुद्ध रहा। देर शाम तक लोक निर्माण विभाग ने 69 सड़कें यातायात के लिए बहाल कर दी थी, जबकि 16 सड़कें मंगलवार तक और सात सड़कें बुधवार तक बहाल होंगी। लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। कई जिलों में प्रशासन ने भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया है। बारिश, भू-स्खलन से राज्य भर में लोग दहशत में हैं।
टेंशन में बागबान
भारी बारिश के कारण रोहड़ू-शिमला मार्ग भू-स्खलन से अवरुद्ध पड़ा हुआ है, जिसके चलते इन मार्गों पर वाहनों की आवाजाही रविवार रात से बंद पड़ी हुई है। मार्ग अवरुद्ध होने से यहां कई वाहन फंसे हुए हैं। वाहन वाया नारकंडा होकर शिमला पहुंच रहे हैं। मार्ग अवरुद्ध होने की सबसे ज्यादा मार बागबानी पर पड़ रही है।
घरों में घुसा मलबा
भोरंज — उपमंडल के अमरोह पंचायत में सड़क किनारे ल्हासा गिरने से मकानों को खतरा बना हुआ है। गनीमत यह रही कि मलबा गिरने से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन मलबे से मकान को खतरा बना हुआ है।
मकान-रसोईघर गिरा
शाहतलाई — क्षेत्र में रविवार शाम से हो रही बारिश से शाहतलाई में खूब कहर बरपा है। ग्राम पंचायत जड्डू कुलज्यार के गांव कड़ोह निवासी मदनलाल पुत्र कर्म चंद का कच्चा स्लेटपोश मकान व रसोई घर गिर गया, जिसमें करीब दो लाख का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
स्कूल के टायलट टूटे
भोरंज — राजकीय प्राथमिक पाठशाला भरेड़ी में बच्चों की सुविधा के लिए बनाए गए चार शौचालय बारिश ने ध्वस्त कर दिए हैं। बारिश के कारण स्कूल को करीब डेढ़ लाख रुपए का नुकसान हुआ है। पाठशाला के केंद्र मुख्य शिक्षक मनोहर लाल रांगड़ा ने यह जानकारी दी।
सड़कों पर बरसात की मार
बरठीं — बरठीं-घुमारवीं वाया सुन्हाणी-बरड सड़क बारिश की वजह से करीब चार घंटे बंद रही। सुन्हाणी के पास ल्हासा गिरने से सड़क बाधित हो गई। गनीमत रही कि रात को सड़क बाधित होने से कोई भी अप्रिय घटना नहीं घटी।
एचआरटीसी के चार रूट ठप
घुमारवीं — बारिश के कारण सड़कों पर आवाजाही बंद होने से हिमाचल पथ परिवहन निगम के भी सोमवार को चार रूट प्रभावित हुए, जिससे निगम को भी बारिश से हजारों रुपए की चपत लगी। बारिश से गिरे मलबे के कारण बंद हुई सड़कों पर सफर करने वाले लोगों को आने-जाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
स्वारघाट में दरकी पहाड़ी; सड़क पर मलबा, दोनों तरफ लगा जाम
स्वारघाट — स्वारघाट व आसपास के क्षेत्रों में रविवार रात से लगातार हो रही रिमझिम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सोमवार को सुबह करीब दस बजे कैंचीमोड़-नयनादेवी सड़क पर कल्लर (सुल्लिया) पर लैंड स्लाइडिंग की वजह से बड़े-बड़े पत्थर और मलबा सड़क पर आ गया, जिससे सड़़क के दोनों तरफ यातायात प्रभावित रहा, तो वहीं नयनादेवी-खरकड़ी सड़क भी मलबा और पत्थर गिरने से बंद रही।
अकेले मंडी में ही पीडब्ल्यूडी के 33 करोड़ डूबे, 13 रोड अभी ठप
मंडी — बरसात में अब तक मंडी जिला में ही लोक निर्माण विभाग को करीब 33 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। लगातार दो दिन बारिश होने के कारण जिला भर में 68 सड़कें ठप हो गई थीं, इनमें से 55 सड़के बहाल कर दी गई हैं, जब कि खबर लिखे जाने तक अन्य सड़कों को बहाल करने का कार्य भी जारी था। पीडब्ल्यूडी की ओर से सड़कों को बहाल करने के लिए जिला भर में करीब 40 जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं। वहीं, कोटरूपी घटनास्थल पर पिछले दस दिन से बंद एनएच बहाल करने का कार्य अब खराब मौसम में भी होगा। एक्सईएन राजीव शर्मा ने कार्ययोजना तैयार कर ली है।
चुवाड़ी-कैंथली रोड बंद
चुवाड़ी — उपमंडल के चुवाड़ी-कैंथली मार्ग पर बारिश के कारण हुए भू-स्खलन के चलते पिछले साठ घंटे से वाहनों की आवाजाही ठप होकर रह गई है। मार्ग के बंद होने से उपमंडल की मलूंडा व बनेट पंचायत के दर्जनों गांवों का संपर्क भी शेष विश्व से कटकर रह गया है। जिस कारण इन पंचायतों से रोजमर्रा के कार्य हेतु मुख्यालय आने वाले लोगों के अलावा सरकारी कर्मचारियों व छात्रों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। समाचार लिखे जाने तक मार्ग पर रुक-रुक कर भू-स्ख्लन होने के चलते यातायात बहाल नहीं हो पाया है। मार्ग के इस हिस्से से पैदल आवाजाही भी रिस्की होकर रह गई है।
अधिकारियों ने नहीं छोड़ी कसर
मंडी — सड़कों की बहाली के लिए लोक निमार्ण विभाग के अधिकारी सुबह-शाम रिपोर्ट ले रहे हैं, ताकि सड़कें जल्द बहाल कर यातायात व जनजीवन सामान्य किया जा सके। हालांकि अभी भी मंडी में कुछ सड़कें ठप हैं। ऐसे में विभाग को इन्हें बहाल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
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