तुम याद बहुत आओगे…

मंडी —पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से पूरे देश के साथ ही छोटी काशी मंडी में शोक की लहर है। छोटीकाशी मंडी के लोग भी अपने नेता की मौत से गमगीन हैं। इतिहास के पन्नों पर नजर डालें तो छोटी काशी से भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का विशेष लगाव रहा है। मंडी की गलियों, चौराहों, दुकानों, होटल, रेस्ट हाउस और कुछ लोगों के घरों में उनके कदम कई बार पडे़ हैं। जनसंघ के नेता के तौर पर वाजपेयी कई बार मंडी आए थे। यही नहीं मंडी में हुई उनकी एक चुनावी रैली को पुराने लोग आज तक नहीं भूल सके हैं। उस समय डा. परमार प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। एक ही दिन दोनों दलों कांग्रेस और जनसंघ की रैलियां मंडी में थीं। कांग्रेस की रैली चौहाटा बाजार में थी। ठीक उससे पहले वाजपेयी जी की रैली सेरी मंच पर थी। जहां भारी भीड़ मौजूद थी। वाजपेयी की रैली समाप्त होने के बाद यह भीड़ जब चौहाटा में आई तो डा परमार और अन्य कांग्रेसी नेताओं पर टमाटर बरसाए गए। वहीं वाजपेयी जी के मंडी में लाला दलीप चंद वैद्य परम मित्र रहे हैं। उनकी इस दोस्ती के चलते बतौर नेता प्रतिपक्ष वह दो बार उनके घर में रुके और भोजन किया था। लाला दलीप चंद वैद्य के छोटे बेटे हेमंत राज वैद्य बताते हैं कि वाजपेयी जी से उनके पिता का पारिवारिक रिश्ता था, जिसके चलते मंडी आने पर दो बार वह उनके घर में आए और भोजन ग्रहण किया। वहीं मंडी के हेमंतराज वैद्य बताते हैं कि वाजपेयी जी के साथ वह नब्बे के विस चुनाव से पूर्व होटल राजमहल में बैठे थे।

आज बंद रहेंगे सुंदरनगर-मंडी बाजार

मंडी— भारत के महान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर मंडी व सुंदरनगर व्यापार मंडल ने शोक व्यक्त किया है। देश के प्रति उनकी सेवाओं को याद रखते हुए शुक्रवार 17 अगस्त को  मंडी व सुंदरनगर बाजार बंद रहेगा। इस बाबत मंडी व्यापार मंडल के महासचिव प्रशांत बहल सहित अन्य ने वाजपेयी की आत्मिक शांति के लिए परमात्मा से प्रार्थना की है। वहीं सुंदरनगर व्यापार मंडी के प्रधान घनश्याम महाजन बताया कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन सुंदरनगर बाजार भी बंद रहेगा।

ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने शोक जताया

मंडी — पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के स्वर्गवास पर ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि अटल जी के जाने से देश को बहुत बड़ी क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश को अपना घर मानते थे। हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।