दो कमरों में चल रही आठ कक्षाएं

संगड़ाह —प्रदेश सरकार एक ओर, जहां शिक्षा की गुणवत्ता मंे सुधार के बड़े-बड़े दावे करते नहीं थकती, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के कई सरकारी विद्यालयों की हालत दिन ब दिन बिगड़ती जा रही है। शिक्षा खंड संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले मिडल स्कूल भोण-कडि़याना में इन दिनों 10 बाई 12 फुट के दो कमरों में आठ क्लासेज के 80 के करीब छात्रों की कक्षाएं चलने से इस स्कूल की मूलभूत सुविधाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। पूर्व प्रदेश सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2016 में अपग्रेड हुए इस स्कूल में पहला शिक्षक जहां तीन साल बाद गत माह नियुक्त हुआ, वहीं अब भवन के लिए अब तक बजट उपलब्ध नहीं है। अब तक हालांकि उक्त माध्यमिक पाठशाला प्राथमिक विद्यालय के पुराने दो कमरों में चल रही थी, मगर गुरुवार को बारिश से उक्त दो कमरों की छत, बीम व दीवारों में दरारें आ चुकी हैं तथा गिरने की कगार पर पहुंचे इन कमरों को खाली करवाया गया है। उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाली माध्यमिक पाठशाला भोण-कडि़याना की छत व बिम से कंकरीट के टुकड़े तथा प्लास्टर गिरने से स्कूल के छात्र, शिक्षक व अभिभावक सहमे हुए हैं। स्कूल प्रबंधन ने क्षतिग्रस्त छत व दीवारों वाले दोनों कमरंे खाली करवा दिए हैं। गुरुवार से इस माध्यमिक पाठशाला की आठों कक्षाएं शेष बचे दो कमरों में जैसे-तैसे चल रही हैं तथा इन कमरों की भी काफी समय से मरम्मत नहीं हुई है। स्कूल के 10 फुट चौड़े व 12 फुट लंबे शेष दो कमरों में 40-40 छात्रों को जैसे-तैसे बिठाया तो गया है, मगर मास्टर जी की कुर्सी, श्यामपट्ट व आने-जाने के लिए रास्ता निकालना मुश्किल हो गया है। 10 बाई 12 के दो कमरों में चल रहे इस मिडल स्कूल के अभिभावकों व शिक्षकों को अब पढ़ाई की बजाय छात्रों की सुरक्षा की चिंता हो रही है। जानकारी के अनुसार 1960 में खुले प्राथमिक पाठशाला में करीब पांच दशक पूर्व बने क्षतिग्रस्त कमरों की हालत बारिश से और जर्जर हो चुकी है तथा मिडल स्कूल का भवन बना ही नहीं है। मुख्याध्यापक देशराज शर्मा ने बताया कि गुरुवार सायं करीब पौने तीन बजे जैसे ही एक कमरे की बीम व छत से कंकरीट के टुकड़े व प्लास्टर गिरना शुरू हुए उन्होंने छात्रों को वहां से हटा दिया। सावधानी के चलते बड़ा हादसा होने से टल गया तथा मुख्याध्यापक द्वारा इस बारे संबंधित डीडीओ अथवा जमा दो विद्यालय संगड़ाह के प्रधानाचार्य को लिखित पत्र के भेजा जा चुका है। एसएमसी अध्यक्ष रामस्वरूप तथा सदस्य राजेश व खजान सिंह आदि अभिभावकों ने प्रदेश सरकार व प्रशासन से जल्द स्कूल के भवन के लिए बजट के प्रावधान तथा नया भवन बनने तक किराए पर कमरों के प्रावधान की व्यवस्था की अपील की।