धोताली रोड पर 25 पेड़ गिरे

 नेरवा —बीती रात से लगातार हो रही झमाझम ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। भारी बारिश से लोक निर्माण विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। नेरवा क्षेत्र में जहां रात भर बत्ती गुल रही वहीं लोक निर्माण उपमंडल नेरवा व कुपवी के तहत भू-स्खलन व पेड़ गिरने से दर्जनों सड़कें बंद हो गई हैं। इन बंद हुए मार्गों में हिमाचल पथ परिवहन निगम की दर्जन भर बसें फंस गई हैं। विभाग लगातार बंद हुए मार्गों को खोलने में जुटा हुआ है परंतु लगातार हो रही झमाझम के चलते विभाग का यह प्रयास भी प्रभावित हो रहा है। सहायक अभियंता लोक निर्माण उपमंडल अजय गाजटा ने बताया कि भालू-धोताली मार्ग पर देवदार व कायल के करीब 25 भारी भरकम पेड़ गिरने से यह मार्ग बंद हो गया है। विभाग द्वारा पेड़ों को काट कर सड़क से हटाने का कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा भालू-बनाह, दोची-कनाह, कुपवी-मशोत, तरांह-बनाह व मझौली-चंजाह मार्ग भी भूस्खलन एवं दीवारें गिरने से बंद हो गए हैं। इसी प्रकार लोक निर्माण उपमंडल नेरवा के तहत नेरवा-शिमला मुख्य मार्ग पर कलारा में भूस्खलन से सड़क धंसने का खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा लगभग सभी संपर्क मार्गों पर भू-स्खलन एवं डंगे गिरने से वाहनों की आवाजाही ठप हो चुकी है। नेरवा उपमंडल के तहत नेरवा-थरोच, टिकरी-पेद, बिजमल मार्ग, पहला मार्ग, पबाण मार्ग, धोताली-बाली, कनाह मार्ग, मशोत मार्ग, झिकनी पुल व बमटा आदि मार्ग बंद हो चुके हैं। बंद हुए मार्गों में एचआरटीसी की एक दर्जन बसें फंस गई है तथा एक बस का शीशा टूट गया है। अड्डा प्रभारी नेरवा रोशन गाजटा ने बताया कि पहला में भू-स्खलन से पहलोग में खड़ी बस को खतरा पैदा हो गया था। खतरे को देखते हुए चालाक ने बस को वहां से सुरक्षित निकाल दिया है, परंतु भू-स्खलन की वजह से बस का अगला शीशा टूट गया है। इसके अलावा थरोच, पेदड़, बिजमल, पहलोग, पबाण, धोताली, कनाह, मशोत झिकनी पुल, बमटा बनाह आदि में एचआरटीसी की एक दर्जन बसें फंस गई है। बहरहाल मानसून की यह बारिश कहर बन बरस रही है। बरसात के चलते भूस्खलन व डंगे गिरने से पीब्ल्यूडी को करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है। भारी बारिश का दौर रविवार की रात से लगातार जारी है।