पांवटा तक किया जाए धर्मशाला-नाहन रूट

पांवटा साहिब -प्रदेश परिवहन निगम के नाहन डिपो की धर्मशाला-नाहन बस सेवा को पांवटा साहिब तक करने की पांवटा की सामाजिक संस्थाओं ने सरकार से मांग उठाई है। संस्थाओं का कहना है कि यदि यह सेवा नाहन से पांवटा तक हो जाता है तो, जहां सैकड़ों यात्रियों को फायदा होगा, वहीं निगम को भी राजस्व का लाभ मिलेगा। सिरमौर नागरिक कल्याण समिति के चेयरमैन आरएम रमौल, सीएम मधुर, एनएन खत्री, एनडी सरीन, समीर शर्मा, उपभोक्ता संरक्षण समिति के अध्यक्ष एमएस कैंथ, बीबी अग्रवाल, राजपूत सभा पांवटा के प्रधान डा. नरेश ठाकुर, महासचिव डा. प्रेमपाल ठाकुर, उपाध्यक्ष सुनील तोमर, पेंशनर्ज वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान डा. विपन कालिया, सुंदर लाल मेहता, जगन्नाथ सेवा ट्रस्ट के प्रधान हरविंद्र कुमार, राजकीय सेवानिवृत्त अध्यापक संघ के पांवटा इकाई के प्रधान श्याम चंद शर्मा, भूषण कुमार शर्मा आदि का कहना है कि निगम की नाहन डिपो की एक बस सेवा नाहन से धर्मशाला के लिए चलती है। इसमें दो बसें अप-डाउन करती हैं। नाहन से धर्मशाला के लिए यह बस पांच बजे के आसपास चलती है तथा धर्मशाला से नाहन आने वाली बस रात पौने नौ बजे तक नाहन पहुंच जाती है। यह बस यदि पांवटा साहिब तक हो जाती है तो, जहां आते हुए इसके पांवटा की अधिक सवारियां चंडीगढ़ से बैठ सकती हैं, वहीं यदि सुबह यह बस पांवटा बस अड्डे से पौने चार बजे पंजाब रोडवेज की बस से पहले निकलती है तो जाते समय भी इसको सीधी व लंबे स्थान की सवारियां मिल सकती हैं। जानकारी के मुताबिक धर्मशाला से नाहन आते हुए जब यह बस चंडीगढ़ पहुंचती है तो पांवटा साहिब व देहरादून की कई सवारियां रोजाना इसमंे नहीं बैठती हैं, क्योंकि यह बस नाहन तक ही आती है। इसलिए चंडीगढ़ से रोजाना अनेकों सवारियां उक्त बस के बाद चलने वाली पंजाब रोडवेज की पांवटा साहिब तक आने वाली बस में बैठती है, जिससे प्रदेश को राजस्व नुकसान हो रहा है। जानकार बताते हैं कि नाहन से पांवटा की दूरी मात्र 45 किलोमीटर है जो एक घंटे से भी कम समय से तय की जा सकती है। इसलिए सरकार और निगम को इस बस सेवा को पांवटा साहिब से चलाकर सवारियों और सरकारी खजाने को लाभ देना चाहिए। उधर, इस बारे आरएम सिरमौर रशीद मोहम्मद शेख ने बताया कि निगम से इस बारे बातचीत चल रही है। उम्मीद है कि यह बस सेवा पांवटा साहिब से शुरू हो जाए।