प्रदेश में अपने वालंटियर बढ़ाएगा एनएसएस

 क्षेत्रीय निदेशक संग 200 प्रोग्राम आफिसर-स्कूल  प्रिंसीपलों ने बनाई रणनीति

बैजनाथ— हिमाचल प्रदेश में एनएसएस अपने वालंटियर्स के साथ मजबूत विस्तार करेगा, जिनके द्वारा मौजूदा अकादमिक सत्र में उनके द्वारा समाज के जुड़ी कई गतिविधियों को अंजाम दिया जाएगा। बैजनाथ स्थित महाकाल के सामुदायिक केंद्र में सोमवार को कांगड़ा और मंडी जिला के करीब 200 एनएसएस प्रोग्राम आफिसर्ज और स्कूल प्रिंसीपल की एक समीक्षा बैठक में भारत सरकार के युवा मामलों और खेल मंत्रालय की इकाई एनएसएस की चंडीगढ़ स्थित क्षेत्रीय अधिकारी मधु बाला ने इस बात पर बल दिया । उन्होंने कहा  कि वर्तमान में प्रदेश के  780 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लगभग 70 हजार विद्यार्थी वालंटियर्स इस नेक कार्य से जुड़े हैं, जिसे और मजबूती देनी होगी। उन्होंने बताया कि स्कूलों में चलाए जा रहे एनएसएस प्रोग्राम न केवल विद्यार्थियों में उनके व्यक्तित्व का विकास करता है, बल्कि सामाजिक उत्थान में भी काफी कारगर सिद्ध होता है। इस अवसर पर गत वर्ष के एनएसएस प्रोग्राम की समीक्षा की गई और प्रोग्राम्स को बेहतर बनाने पर बल दिया गया। बैठक के दौरान फैसला लिया गया कि एक्शन प्लान के अंतर्गत स्वच्छ भारत अभियान, पौधारोपण अभियान, यूथ लीडरशिप प्रोग्राम व रक्तदान शिविरों के आयोजन जैसी निरंतर गतिविधियों के साथ-साथ मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री राहत कोष में भी एनएसएस अपना पूरा योगदान देगी। इस अवसर पर गवर्मेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल कृष्णानगर के एनएसएस इकाई ने करीब 18 हजार की राहत धनराशि सीएम रिलीफ  फंड को सुपुर्द की । इस अवसर पर प्रदेश के एनएसएस प्रोग्राम को-आर्डिनेटर स्कूल्स दिलीप ठाकुर, शिमला स्थित एनएसएस निदेशालय के सुरेंद्र तेगवान, आईआईटी मंडी के एनएसएस फील्ड आफिसर प्रतीक पठानिया सहित कई अधिकारी व वालंटियर्स शामिल हुए।