बरसात ने हिमाचल को दिए गहरे जख्म, एक हजार करोड़ तबाह

By: Aug 24th, 2018 9:12 pm

शिमला – मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि बरसात में हुए नुकसान के लिए केंद्र सरकार से 200 करोड़ की अंतरिम सहायता मांगी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बरसात में राज्य में एक हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। इसके तहत राज्य सरकार ने 230 करोड़ की राशि जारी कर दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आपदा प्रबंधन पूरी तरह से मुस्तैद है। आपदा से निपटने के लिए नुरपूर तथा सुन्नी में एनडीआरएफ की टुकडि़यां तैनात कर दी गई हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नियम-130 के अंतर्गत प्रदेश में भारी बारिश से हुए नुकसान की भरपाई के लिए विपक्ष के प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बरसात से लगभग एक हजार करोड़ का नुकसान हुआ है और राज्य सरकार ने आपदा राहत राशि के तौर पर विभिन्न विभागों को 230 करोड़ की राशि जारी की है। वह 28 अगस्त को दिल्ली में आयोजित हो रहे मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में जा रहे हैं। इसी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री भी मौजूद रहेंगे। इस दौरान बरसात से हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जाएगी और व्यक्ति गत तौर पर भी वह यह मामला उठाएगें। उन्होंने कहा कि हिमाचल में 2011 के बाद इस बार तीन दिनों तक लगातार हुई बरसात ने कई रिकार्ड तोड़ दिए। शिमला में 117 साल की वर्षा का रिकार्ड टूटा। बारिश से 32 लोगों की जान गई। उन्होंने कहा कि पूर्व में कोटरूपी हादसे में ही 40 लोगों की मौंत हो गई थी। मुख्यमंत्री ने बरसात से हुए नुकसान पर राजनीति लाभ तलाशने के प्रयास नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति करो पर लाशों पर तो राजनीति न करो।

232 सड़कें बंद 40 गोशालाएं जमीदोज, 7 पक्के,69 कच्चे घरों को नुकसान

शिमला— हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश में बरसात से नुक्सान का आंकड़ा 999 करोड़ तक पहुंच गया है। राज्य में बारिश के कहर ने सबसे ज्यादा चपत लोक निर्माण विभाग और आईपीएच विभाग को लगाई है। लोक निर्माण विभाग के नुक्सान का आंकड़ा 659 करोड़ 76 लाख तक पहुंच गया है। जबकि आईपीएच विभाग को अब तक 263 करोड़ 39 लाख की चपत लग चुकी है। कृषि को नुकसान का आंकड़ा भी 75 करोड़ से पार हो गया है।   प्रदेश में बारिश से 232 सड़कें अवरूद्ध पड़ी हुई है। विभाग देर शाम तक 120 सड़कों को बहाल करने का दावा कर रहा है, जबकि 87 सड़कें शनिवार तक और 25 सड़कें रविवार तक बहाल हो जाएंगी। प्रदेश में 69 कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है। 7 पक्के मकान खतरे की जद में है, जबकि 40 गोशालाएं जमीदोज हो गईहै।

डोल में गोशाला, सिक्खो के ताल में मकान ढहा

जवाली, परागपुर – विस क्षेत्र जवाली के अंतर्गत ग्राम पंचायत डोल में भारी बारिश के कारण शुक्रवार को भगत राम  पुत्र सरदू राम निवासी तलियाल खाटल  की गोशाला गिर गई। वहीं,परागपुर केसिक्खों के ताल में 80 वर्षीय विमला देवी  का स्लेटपोश  मकान भारी बारिश के चलते जमींदोज हो गया।

ठानपुरी में पेड़ गिरने से एनएच आधा घंटा बंद

नगरोटा बगवां— गुरुवार रात हुई तेज बारिश से क्षेत्र मे काफी तबाही हुई है । शुक्रवार सुबह मंडी-पठानकोट  एनएच पर ठानपुरी के पास आम का पेड़ गिरने से यातायात आधा घंटा ठप रहा।

थुनाग में  बहा ग्रामीण

थुनाग— ग्राम पंचायत थुनाग के साथ लगती रीला पताल खड्ड को पार करते समय एक बुजुर्ग पानी के बहाव में बह गया। हालांकि 17 वर्षीय युवक ने अपनी जान खेल कर उसे बचा लिया। बचाए गए बुजुर्ग को सिर और मुंह में चोट लगी है, जिसे बगस्याड़ अस्पताल से जोनल अस्पताल मंडी रैफर कर दिया गया है।

नौ बस रूट ठप

कुल्लू— जिला कुल्लू में लगातार बारिश से बस रूट प्रभावित हो रहे हैं। सड़कें भूस्खलन की भेंट चढ़ रही हैं। ऐसे में हिमाचल पथ परिवहन प्रबंधन को नौ बस रूट बंद करने पड़े  हैं।

धर्मशाला के घरों में घुसा पानी

धर्मशाला में गुरुवार को हुई  बारिश ने जमकर तबाही मचाई। सकोह के रोहड़ीकुट, दाड़ी, बड़ोल और कंड़ वार्ड के कई घरों में पानी घुस गया, वहीं  योल के पल्लण को जाने वाले कच्चे सड़क मार्ग में ल्हासा गिर गया। इसके कारण गांव के कई वाहन भी ल्हासे की चपेट में आ गए।

पालमपुर में बिजली बोर्ड  के क्वार्टर खाली करवाए

पालमपुर— पालमपुर में हुई मूसलाधार वर्षा विद्युत बोर्ड की आवासीय कालोनी के लिए कहर बनकर बरपी है।  भारी वर्षा के चलते पालमपुर स्थित  प्रदेश विद्युत बोर्ड की कालोनी में आठ क्वार्टर खतरे की जद में आ गए हैं । आनन-फानन में इन क्वार्टर में रहने वाले चार परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है।

नूरपुर में क्रेट बहे,18 मकानों को खतरा

नूरपुर— इस बार की बेरहम बरसात से नूरपुर शहर के वार्ड नौ में मकानों की सुरक्षा के लिए लगाए गए लाखों रुपए के क्रेट बह गए। इससे करीब 19 मकान खतरे की चपेट में आ गए हैं।  कई पक्के मकानों में दरारें आने से लोग डर से सहमे हुए हैं।

अगोजर में लोगों ने छत पर चढ़कर बचाई जान

पंचरुखी— गुरुवार रात हुई भारी बारिश ने क्षेत्र में जमकर कहर बरपाया ।  जिला कांगड़ा के अगोजर पंचायत में तीन घरों में पानी, मिट्टी व पत्थर घुस गई, जिससे परिवार के सदस्यों को घर की छत पर चढ़कर जान बचानी पड़ी।  खंड के तहत ग्राम पंचायत अगोजर में गुरुवार रात एक बजे अचानक साथ लगती पहाड़ी से  पानी बहने लगा। पानी के साथ पत्थर,  व मिट्टी बहती हुई आई ।

बनीखेत में फिर दरकी पहाड़ी, घरों में घुसा पानी

बनीखेत— पठानकोट एनएच मार्ग पर शुक्रवार दोपहर बाद मैगजीन के पास अचानक पहाड़ी के दरकने से हुए भू-स्खलन के चलते करीब तीन घंटे वाहनों के पहिए थमे रहे। वहीं,बनीखेत के पद्वर बाजार में गुरुवार को हुई मूसलाधार बारिश की वजह से सड़क किनारे लगी रैलिंग टूट गई, जिससे सड़क का कुछ हिस्सा भी टूट गया है। भारी बारिश के कारण लोगों के घरों में पानी भर गया है। जिससे उनका घरेलू सामान भी बर्बाद हो गया है।

18 घंटे बंद रहा कोटरूपी

मंडी, पद्धर— नेशनल हाइवे 154 मंडी पठानकोट पर कोटरोपी की समस्या थमने का नाम नहीं ले रही है। गुरुवार रात से लेकर शुक्रवार शात तक फिर से कोटरोपी पर एनएच 18 घंटे बंद रहा। इसके साथ ही एनएच पर ही मैगल के पास भी पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण रात भर बंद रही।


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