बरसात में उबाल कर ही पिएं पानी

करसोग  – संपूर्ण स्वच्छता तथा जागरूकता स्वस्थ जीवन का आधार है, जिसके चलते अनेक बीमारियों से जागरूक होकर बचा जा सकता है। यह जानकारी आयुर्वेदिक विभाग के कार्यकारी उपमंडलीय आयुर्वेदिक अधिकारी डा. रविंद्र कौंडल ने करसोग के समीप ग्राम पंचायत सानना के गांव कानी मदलाह में ग्रामीण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जागरूक करते हुए कही। इस मौके पर क्षेत्र के समाज सेवी सेवानिवृत्त कैप्टन चेतराम ठाकुर, मंगल चंद, तुलाराम, कर्म सिंह, मोहन लाल, बंसी लाल, भागचंद, सुरजु राम तथा दर्जनों ग्रामीण महिलाएं उपस्थित थे। कार्यक्रम के आगाज में समाज सेवी सेवानिवृत्त कैप्टन चेतराम ठाकुर ने ग्रामीण लोगों को कहा कि हमें सबको ग्रामीण विकास के लिए सहयोग करना है तथा संपूर्ण स्वच्छता अभियान में सहयोग करते हुए पूरे क्षेत्र की सफाई भी रखनी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी भी जागरूक रहना है। कार्यक्रम में पहुंचे उपमंडल के आयुर्वेदिक अधिकारी डा. रविंद्र कौंडल ने ग्रामीण लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बरसात के दिनों में स्वास्थ्य किस प्रकार ठीक रखना है बीमारियों से किस प्रकार बचा जा सकता है उस बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि आजकल स्क्रब टायफस के रूप में बुखार का प्रकोप भी रहता है ,जिसमें ग्रामीण लोगों को इस बीमारी के लक्षण तथा कैसे बचाव हो सकता है, उस बारे में बताया गया। डा. रविंदर कौंडल ने कहा कि जंगल क्षेत्र की और तथा घास झाडि़यों से पैदल गुजरते हुए विशेष ध्यान रखें, पूरी बाजू के कपड़े तथा जूते बूट आदि पहनकर बरसात के दिनों में जंगल की ओर जाए। तेज बुखार आने की स्थिति में नजदीकी अस्पताल में अपने स्वास्थ्य जांच अवश्य करवाएं, ताकि समय पर उपचार मिले। उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में पानी उबाल कर पिएं, बासी खाद्यान्न वस्तुओं  का सेवन करने से बचें। खना ढक कर रखें, ताजा खाना ही ले, साफ-सुथरा भोजन बीमारियों को दूर करता है।  डा. रविंद्र कौंडल ने स्वास्थ्य जांच शिविर के दौरान किशोरियों को भी अनेक महत्त्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करते हुए बताया कि किस प्रकार इस अवस्था में शरीर के होने वाले बदलाव को लेकर वह तनाव मुक्त रह सकती हैं। स्वास्थ्य जांच शिविर के दौरान ग्रामीण लोगों को रक्तचाप बीमारी से बचने सबंधी भी अनेकों महत्वपूर्ण जानकारियां जहां प्रदान की गई वही वृद्धजनों से आग्रह किया गया कि वह प्रातः तथा सायं अपनी क्षमता अनुसार अवश्य सेर करें।