बारिश भू-स्खलन ने बहाए 30 करोड़

सोलन —जिलाभर में आफत बनकर बरसी बारिश ने जहां जनजीवन प्रभावित किया है, वहीं सरकारी विभागों को भी करोड़ों की चपत लगाई है। इन दो दिनों की मूसलाधार बारिश से सरकारी विभागों को करीब 30 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है और जिला के तीन डिवीजन में ही विभाग के करीब 20 करोड़ रुपए गर्क हो गए हैं। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग, विद्युत बोर्ड, एचआरटीसी सहित अन्य विभागों को भी करीब 10 करोड़ रुपए की हानि हुई है। इसके अलावा बारिश से नकदी फसलें भी बर्बाद हो गई हैं, जिससे किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है। रविवार देर रात से आरंभ हुई मूसलाधार बारिश का मंजर सोमवार दोपहर तक भी जारी रहा। भारी बारिश के चलते जिलाभर में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। आलम यह रहा कि बारिश को देखते हुए प्रदेश की तर्ज पर जिला प्रशासन को सोमवार को शिक्षण संस्थानों के निर्देश जारी करने पड़े। बारिश ने ऐसा तांडव मचाया कि दर्जनों संपर्क मार्ग सहित स्टेट हाई-व व नेशनल हाईवे तक बंद हो गए। कई जगहों पर पुल टूट गए और सड़कों पर भी दरारें आ गई। वहीं, घरों में पानी व मलबा घुस जाने से कई लोगों को अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा। यही हाल सरकारी विभागों का भी रहा है। लोनिवि के अंतर्गत आने वाली सड़कों पर मलबा आ जाने से मार्ग बंद हो गए। लगातार गिर रहे मलबे के कारण आईपीएच की कई उठाऊ पेयजल योजनाओं को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं, मलबे व चट्टानों के गिरने से आईपीएच की मुख्य पाइप लाइनें भी टूट गई हैं। विद्युत बोर्ड को भी इस भारी बारिश से लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। बारिश के कारण जिला में लोनिवि को लगभग 20 करोड़ रुपए की चपत लगी है। सोलन मंडल में करीब 30 मार्ग बंद हो गए थे, जिनमें से मंगलवार तक 19 मार्गों को खोल दिया गया था, वहीं 11 मार्गों पर अभी भी विभागीय कर्मचारी पूरी मशक्कत के साथ लगे हुए हैं। बारिश से हुए नुकसान से आईपीएच विभाग भी अछूता नहीं रहा है। अकेले सोलन मंडल में ही इस बारिश के कारण तीन करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। मंडल की 50 योजनाएं प्रभावित हुई थी, जिनमें से मंगलवार तक 10 योजनाएं ही चालू हो सकी हैं व अन्य योजनाओं पर विभागीय कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। सोमवार व मंगलवार को जिला में एचआरटीसी के चार दर्जन से अधिक रूट प्रभावित हुए हैं। इस कारण एचआरटीसी को दो दिनों में ही लाखों रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है।

नकदी फसलों को हुआ नुकसान

भारी बारिश के चलते जिला के किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। सोलन के साथ लगते क्षेत्रों में किसानों की नकदी फसलें टमाटर, शिमला मिर्च आदि बर्बाद हो गई हैं, जिससे किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई है। कुछ ऐसा ही आलम जिला के अन्य भागों में भी देखने को मिला है, जहां खेतों में लहलहा रही मक्की की फसल खेतों में बिछ गई है। किसानों ने सरकार से इस नुकसान की भरपाई की मांग की है।