बीबीएन…दो दिन में दो मर्डर

बीबीएन —औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के बाशिंदे सिलसिलेवार घट रही कत्ल की वारदातों से खौफजदा है, हालात यह है कि कत्ल , लूटपाट की वारदातों से सहमे लोग बीबीएन में खुद को असुरक्षित मानने लगे है।  लोगों का कहना है कि बीबीएन दिन ब दिन अपराध व अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है। बीते दो दिनोें में नालागढ़ व बद्दी में हत्या के दो मामले घट चुके है,  पहला घटना में रविवार देर रात खरुणी में शिवालिक साइंस स्कूल के प्रिंसीपल की घर में घूसकर हत्या कर दी गई और दूसरी घटना में सोमवार रात प्रवासी कामगार को चाकू से वार कर मौत के घाट उतार दिया गया है। हत्या की इन दोनों ही वारदातों में आरोपी पुलिस की गिरफत से बाहर है,पुलिस के पास न आरोपियों का कोई सुराग हाथ लगा है न ही कोई ऐसी कड़ी मिल सकी है जिससे इनके गिरेबान तक पहुंचा जा सके। मसलन पुलिस जिला प्रशासन अंधेरे में तीर मारने का काम कर रहा है। इस साल जिस रफतार से अपराधों का ग्राफ उछाल मार रहा है उससे  हिमाचल के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में हजारों करोेड़ का निवेश करने वाले उद्यमी भी खुद को असुरक्षित मानने लगे है। उद्योगपतियों का कहना है कि बीबीएन में कानून व्यवस्था दिन ब दिन बद से बदतर होती जा रही है। पुलिस जिला प्रशासन न आपराधियों पर अंकुश लगाने में कामयाब होे रहा है न ही अपराधों पर। हालांकि जनता इसके पीछे पुलिस जिला प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली कोे जिम्मेदार मान रही है। लोगों की माने तो बीबीएन में पुलिस प्रशासन कानून व्यवस्था की पालना करवाने के लिए संजीदगी से काम नही कर रहा है। नालागढ़ के विधायक लाविंद्र्र सिंह राणा व दून के पूर्व विधायक चौधरी राम कुमार ने कहा कि बीबीएन में बढ़ती आपराधिक घटनाओं से जनता दहशत में है, उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के सतासीन होने के बाद से बीबीएन में आपराधिक प्रवृति के लोगों की चहलकदमी बढ़ी है।  पुलिस प्रशासन भी अपराधों पर अंकुश लगाने में नाकाम रहा है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से बीबीएन में कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए व्यापक इंतजाम करने की गुहार लगाई है। उधर, डीआईजी साऊथ रेंज आसिफ जलाल ने बताया कि पुलिस जिला प्रशासन हत्या के दोनों मामलों में आरोपी जल्द पुलिस की गिरत में होंगे।

पहाड़ी दरकने से भवनों का खतरा

धर्मपुर-कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर पहाडि़यों के दरकने से दर्जनों मकानों को खतरा पैदा हो गया है। इनमें से कई मकान बीते सप्ताह हुई बारिश से खतरे में चपेट में है तो कई मकान सोमवार बारिश से खतरे की जद्द में आ गए है। जानकारी के अनुसार कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पर मंगलवार को सुक्की जोहड़ी के समीप पहाड़ के दरकने से एक मकान ओर जाबली पंचायत के कोटी थड़ी गांव के दो भवनों पर संकट के काले बादल छा गए है ।