मंडी में 168 सड़कों पर यातायात सुचारू

 मंडी —बरसात ने मंडी जिला में जबरदस्त कोहराम मचाया है। मंडी से जोगिंद्रनगर नेशनल हाई-वे बसों के लिए 48 घटों से ठप हैं। इस अवधी में कोई भी बस मंडी से जोगिंद्रनगर या जोगिंद्रनगर से मंडी के लिए नइीं आ पाई है, जबकि अन्य बसों को वाया भोटा, सुजानपुर कांगड़ा व पालमपुर के लिए भेजा जा रहा है। मुख्यमंत्री के गृह जिला में 48 घंटे से मंडी से जोगिंद्रनगर के लिए एक भी भी बस नहीं जा सकी है। बता दें कि एनएच-154 पहले ही कोटरूपी के पास ठप था। ऐसे में मंडी से जोगिंद्रनगर के लिए वाया नोहली होकर बसें भेजी जा रही थीं और जोगिंद्रनगर से मंडी के लिए वाया घोघरधार होकर बसें आ रही थीं, लेकिन भारी बसरता के चलते रविवार रात करीब दस बजे नोहली रोड एक जगह से धंस गया। इसे करीब 15 घंटे बाद सिर्फ छोटी गाडि़यों के लिए खोल गया है और घोघरधार रोड भी बड़ी गाडि़यों के लिए अनुकूल नहीं है। इसके अलावा एनएच-21 कीरतपुर-मनाली को भी पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है। सोमवार को उक्त नेशनल हाई-वे भी दो जगह ठप पड़ चुका था। उधर, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता मंडी करतार चंद ने बताया कि भारी बारिश से हुए भू-स्खलन व मलबा आदि गिरने से बंद सड़कों को यातायात के लिए खोलने के लिए विभाग लगातार कार्य कर रहा है। 14 अगस्त को को प्रथम वृत हिमाचल के अंतर्गत आने वाले मंडल मंडी-1, मंडी-2, सुंदरनगर, सरकाघाट, करसोग, गोहर व सराज में कुल बंद 223 सड़कों में से 168 पर आज तीन बजे तक यातायात बहाल कर दिया गया है और शेष 55 सड़कें अभी यातायात के लिए खोली जानी हैं। इस पर विभाग पूरी लगन से कार्यरत है। इन सड़कों को 15 अगस्त, 2018 को सायं तक खोले जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि अब तक कुल 75 करोड़ रुपए की क्षति का अनुमान लगाया गया है। सड़कों को खोलने के लिए 110 जेसीबी, 4 डोजर और 17 टिप्पर काम पर लगाए गए हैं।