मां नयना के दर 18 लाख का चढ़ावा

श्रावण नवरात्र के चलते उमड़ रही भारी भीड़, ओवर लोडिंग व तेज रफ्तार गाडि़यों पर कसा शिकंजा

श्रीनयनादेवी -नयनादेवी यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए टोबा, कैंचीमोड़, घवांडल, रोप-वे व कोहनी मोड पर ट्रैफिक बैरियर स्थापित किए गए हैं, ताकि नवरात्र के दौरान सुचारू यातायात व्यवस्था तथा भीड़ को नियंत्रित व व्यवस्थित किया जा सके।  यह बात उपायुक्त विवेक भाटिया ने उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्रीनयनादेवी के श्रावण आष्टमी मेला के छठे नवरात्र के अवसर पर जानकारी देते हुए कही। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं व आगंतुकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसलिए जगह-जगह बैरियर तथा आगंतुक कक्षों की स्थापना की गई है, जहां से 75 से 100 श्रद्धालुओं को बारी-बारी पैदल रास्ते से मां के दर्शनों के लिए भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उनकी वापसी का मार्ग पौडि़यों के रास्ते निर्धारित किया है, ताकि आने-जाने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुलिस सहायता केंद्र व नियंत्रण कक्ष तथा सूचना सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं तथा चिन्हित स्थानों पर हिंदी व पंजाबी में साईन बोर्ड स्थापित किए गए हैं, ताकि किसी भी कठिनाई के समय श्रद्धालु सहजता से सहायता प्राप्त कर सके। किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना से बचने के लिए ओवरलोडिंग तथा तेज गति के वाहनों पर नियंत्रण करने के लिए व्यापक रूप से वाहनों का निरीक्षण किए जा रहा है। स्वास्थ्य, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति व नगर परिषद तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि वे निरीक्षण करके दुकानों में रेट लिस्ट लगवाना सुनिश्चित बनाएं, ताकि मेले के दौरान श्रद्धालुओं से निर्धारित दरों से अधिक दाम न वसूले जाए। सहायक मेला अधिकारी एवं एसडीएम स्वारघाट अनिल चौहान ने बताया कि श्रावण आष्टमी मेलों के दौरान नयनादेवी क्षेत्र में प्लास्टिक व थर्मोकोल पर पूर्णतय प्रतिबंध लगया गया है। मेला परिसर में थर्मोकोल व प्लास्टिक का प्रयोग न हो इसके लिए विजिलेंस टीम गठित की गई है, जो विभिन्न स्थलों पर निरीक्षण कर रही है। इसके अतिरिक्त नयना देवी क्षेत्र में लगाए गए लंगरों का नियमित रूप से निरीक्षण करने के लिए विभिन्न विभागों की टीमों का गठन किया गया है, जो लंगरों द्वारा वितरित किए जाने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच कर रही है तथा लंगर परिसर के आस-पास की साफ-सफाई पर विशेष नजर रखेगी। सहायक मेला अधिकारी एवं एसडीएम स्वारघाट अनिल चौहान ने बताया कि मंदिर न्याय को 18 लाख 47 हजार 470 रुपए नकद राशि, 41 ग्राम 900 मिलीग्राम सोना, 4 किलोग्राम  900 ग्राम  चांदी, 1 आस्टे्रलियन डालर, 1 रिंगिट मलेशिया के रूप में चढ़ावा श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाया गया है।