लोगों पर खनन-बरसात की दोहरी मार

 हमीरपुर —पिछले दिनों भारी बारिश व बाढ़ से प्रदेश में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश की सरकारी एजेंसियों ने मोटे तौर पर करीब 800 करोड़ के नुकसान का आकलन किया है, लेकिन लोगों की निजी संपत्ति को हुए नुकसान को भी अगर जोड़ा जाए, तो नुकसान का आंकड़ा इससे कई गुना ज्यादा है। यह कहना है सुजानपुर के विधायक व राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पूर्व वाइस चेयरमैन राजेंद्र राणा का। राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार के संसाधन सीमित हैं। लिहाजा केंद्र सरकार को फौरी तौर पर कम से कम दो हजार करोड़ की राशि प्रदेश सरकार को मदद के रूप में मुहैया करवानी चाहिए, ताकि जिन लोगों का नुकसान हुआ है, आपदा की घड़ी में उन तक मदद पहुंच सके। उन्होंने कहा कि भारी बारिश से बहुत तबाही मची है। लोगों के घरों, फसल व रास्तों को भारी नुकसान हुआ है। कई जगह सड़कंे टूट गई हैं, पेयजल व सिंचाई योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं और कई मवेशी काल का ग्रास बन गए हैं। विधायक राजेंद्र राणा ने प्रदेश के समर्थ लोगों से मुख्यमंत्री राहत कोष में बढ़-चढ़कर अंशदान करने का भी आह्वान किया है, ताकि इस राशि से प्रदेश सरकार पीडि़त लोगों की मदद कर सके। विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश के लोग बरसात के साथ-साथ खनन माफिया की दोहरी मार भी झेलने को मजबूर हो गए हैं। अवैध खनन करने वालों का सत्तारूढ़ दल के साथ संबंध होने के कारण पुलिस व प्रशासन भी उदासीन होकर बैठा है।