विदेश में पढ़ेगी ऑटो ड्राइवर की बेटी

कामयाबी आपके कदम तब तक नहीं चूमेगी, जब तक आप काबिल नहीं बनोगे। जी हां, पुणे की रहने वाली 17 साल की रुतुजा भोईटे ने अपनी मेहनत के दम पर विदेश में पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप हासिल कर ली। उन्हें थाइलैंड के यूनाइटेड वर्ल्ड कालेज में दाखिला मिला है, जहां उनका एक भी पैसा नहीं लगेगा। वह पढ़ने के लिए विदेश जाने वाली अपने परिवार की इकलौती सदस्य हैं। रुतुजा एक मिडल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता ऑटो ड्राइवर हैं। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। रुतुजा पढ़ाई में काफी अच्छी हैं, उसका फोकस हमेशा अपनी पढ़ाई में रहता है। घर की स्थिति को देखते हुए उसने कभी गरीबी को अपनी पढ़ाई के आड़े नहीं आने दिया। बता दें, रुतुजा ल्यूकोडर्मा (एक प्रकार का त्वचा रोग है) जैसी बीमारी से लड़ रही हैं। रुतुजा ने बताया, ये मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं विदेश पढ़ने जा रही हूं। यहां तक पहुंचने के लिए मैंने कड़ी मेहनत की है।