वेबसाइट पर नादौन का नाम नहीं

 नादौन  —क्षेत्र के लोगों को मलाल है कि उपमंडल के ऐतिहासिक एवं प्रमुख व्यापारिक स्थल नादौन का ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए एचआरटीसी की वेबसाइट पर नाम ही नहीं है।  इससे उन्हें दूरदराज के स्थानों पर जाने के लिए भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के प्रसिद्व समाजसेवी एवं सेवानिवृत्त एजीएम रविंद्र पुरी ने इसके बारे में हिमाचल पथ परिवहन के प्रबंध निदेशक शिमला से इस मामले को उठाते वेबसाइट पर नादौन का नाम दर्ज करवाने की मांग की है। भेजे गए पत्र में रविंद्र पुरी का कहना है कि आसपास के लोगों के लिए नादौन शहर एक प्रमुख व्यापारिक तथा ऐतिहासिक स्थल है, परंतु विभाग की अनदेखी के चलते ऑनलाइन टिकट बुकिंग के बाद उन्हें हमीरपुर या ज्वालाजी 25 से 30 किलोमीटर दूर जाकर बस में बैठना पड़ता है, जबकि नादौन मात्र 14 किलोमीटर दूर है। उन्हें यह भी मलाल है कि विभाग की लापरवाही के कारण नादौन से एक भी बस दिल्ली, शिमला, चंडीगढ़, पठानकोट व होशियारपुर आदि शहरों के लिए नहीं चलती हैं, जबकि पीछे से आने वाली बसों में भारी भीड़ रहती है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में 1.50 लाख से अधिक आबादी है। नादौन, धनेटा, रंगस, भूंपल, बड़ा, चोडू व पनसाई सहित आसपास के क्षेत्रों के लोगों को हमीरपुर तथा ज्वालाजी से ही अधिक किराया देने के लिए मजबूर होना पड़ता है। उनकी मांग है कि नादौन का नाम अतिशीघ्र हिमाचल पथ परिवहन निगम की वेबसाइट पर उपलब्ध करवाकर इस समस्या का समाधान किया जाए।