सरकार दुरुस्त कर लौटाए ग्रामीणों की जमीन

 हमीरपुर —करोड़ रुपए के जमीन घोटाले में अनशन पर बैठे फिल्लू राम ने सरकार को पत्र लिखकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है। सोमवार को उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, उपायुक्त हमीरपुर व पुलिस अधीक्षक को इस बारे पत्र लिखा है। फिल्लू राम का कहना है कि सरकार दुरुस्त कर ग्रामीणों की जमीन उन्हें वापस लौटाए। जब तक सरकार ग्रामीणों के हक में फैसला नहीं लेती, हड़ताल जारी रहेगी। पिछले कुछ दिनों से वह हड़ताल पर हैं। जिला प्रशासन की तरफ से कोई उचित कार्रवाई न होता देख उन्होंने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। फिल्लू राम का कहना है कि विकासनगर हाल बंदोबस्त सन् 2006-07 को निस्त किया जाए। यह बंदोबस्त हिमाचल प्रदेश भू-व्यवस्था गाइडलाइन के मुताबिक नहीं हुआ है। इस कारण कई सरकारी और मिलकीयती खसरा नंबरान को मनमर्जी से कायब किया गया है। इस कारण लोगों की मानसिक व आर्थिक तौर पर भू-व्यवस्था विभाग के स्टाफ द्वारा तंग किया गया है। मौके पर इस्तेमाल साल 1965-66 की अक्स मुसाबी से मिलान करने पर भिन्नता पाई जा रही है। बता दें कि दडूही के ग्रामीणों ने बहुमूल्य जमीनों को विभाग की मलीभगत से बदलने का अरोप लगया है। इसे लेकर पहले भी फिल्लू राम हड़ताल कर चुके हैं। उस समय भी उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाया तो फिर से हड़ताल पर बैठ जाएंगे। प्रशासन की तरफ से काई कार्रवाई न होता देख फिल्लू राम पिछले सात अगस्त को भूख हड़ताल पर बैठ गए। वह दो दिनों तक भूख हड़ताल पर रहे। बावजूद इसके समस्या का हल नहीं हुआ। अब उन्होंने आमरणन अनशन करने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि जमीन हथयाने वाले लाभार्थियों ने शीघ्रता से जमीन दूसरे लोगों को बेच डाली। जब इस प्रकार के मामलों की जानकारी मिली तो पीडि़त ग्रामीणों ने लिखित एवं मौखिक रूप से उच्चाधिकारियों से गुहार लगाते रहे। इनकी साल 2012 की शिकायतों पर आज तक कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई। जब किसी तरफ से कार्रवाई तथा सुनवाई नहीं हुई तब फिल्लू राम पुत्र दीनू की अगवाई में भूख हड़ताल व प्रदर्शन गांधी चौक पर किया गया। दो दिन कार्रवाई न होने के बाद फिल्लू राम आमनण अनशन पर बैठ गए हैं। उन्होंने बताया कि वह पिछले आठ अगस्त से आमरण अनशन पर हैं। उन्होंने कहा कि जब तक कार्रवाई नहीं होती वह आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे।  उन्होंने मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि सभी संबंधित शिकायतों पर उचित कार्रवाई की जाए। सोमवार को हड़ताल में उनके साथ रामलाल, शक्ति चंद, रमेश चंद शामिल रहे।