सारी बल्ह घाटी जलमग्न

नेरचौक —हिमाचल का मिनी पंजाब कहे जाने वाली घाटी एक बार फिर से जल मग्न हो गई है। 11 वर्षो बाद बल्ह घाटी ने फिर से ऐसी आपदा व तबाही का मंजर देखा है। सुकेती में आई भयंकर बाढ़ के कारण बल्ह विस का निचला क्षेत्र जल मग्न हो गया है। रविवार की रात को बल्ह की जनता नींद में थी, लेकिन आधी रात को सुकेती में आई बाढ़ ने लोगों को जगा कर रख दिया। कई लोगों ने रात को ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंच कर अपनी जान बचाई, लेकिन बाढ़ के कारण डडौर से लेकर गुटकर तक हजारों बीघा भूमि में पानी भर गया है। सैंकड़ों घरों, दुकानों, व्यापारिक प्रस्थानों, सरकारी व निजी स्कूलों में कई फुट पानी भर गया है। हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा ऑटो सेक्टर एक बार फिर से बाढ़ में प्रभावित हुआ है। बाढ़ में कंपीटेंट आटो मोबाइल और हुंडई के भी कैंपस में पानी भर गया है। वहीं सुबह सूर्य की किरणें निकलते ही बल्ह में आई बाढ़ का प्रशासन व जनएक ता को एहसास हुआ। लोगों का कहना है कि 11 वर्षो पहले 2007 के बाद बल्ह में ऐसी बाढ़ आई है। चार वर्ष पहले भी बल्ह में सुकेती में ऐसी बाढ़ आई थी, लेकिन इस बार की बाढ़ 11 वर्ष पहले आई बाढ़ से भी ज्यादा है। बाढ़ के कारण बल्ह मे रत्ती, नेरचौक, लुणापणी, नागचला, गुटकर, डडौर और भौर आदि क्षेत्रों मे पानी ने लोगो के घरों और व्यापारिक संस्थानो मे घुसकर भारी तबाही मचाई है। मूसलाधार बारिश के चलते लोहारी और सुकेती खड मे बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं और प्रशासन ने लोगों को खडो से दूर रहने की सलाह दी है। बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी और बल्ह के एसडीएम किशोरी लाल अपनी टीम के साथ दिन भर प्रभावित क्षेत्रों मे लोगों के बीच मे रहकर बचाव कार्यो के दिशा निर्देशो मे लगे रहे। बल्ह के एसडीएम किशोरी लाल ने बताया कि पूरे बल्ह मे बारिश के चलते नुक्सान हुआ है। उन्होंने बताया कि नुक्सान का जायजा लिया जा रहा है।