हमीरपुर डिपो में कम हुए आठ कंडक्टर

 हमीरपुर—एचआरटीसी डिपो हमीरपुर में कोई भी कंडक्टर नोटिस का जवाब नहीं दे पाया है। संबंधित कंडक्टरों ने ऊपरी क्षेत्र के डिपुओं में ज्वाइनिंग दे दी है। इसके चलते हमीरपुर डिपो में पेश नहीं हो पाए हैं। निगम ने कंडक्टरों की डिटेल हैड आफिस शिमला भेज दी है। उल्लेखनीय है कि हमीरपुर डिपो में पिछले हफ्ते आधा दर्जन से अधिक कंडक्टरों को ज्वाइनिंग न देने पर नोटिस जारी किए गए थे। इनमें से किसी भी कंडक्टर ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है। इसके चलते निगम ने संबंधित कंडक्टरों की रिपोर्ट हैड आफिस को भेज दी है। सूत्रों की मानें तो संबंधित कंडक्टरों ने ज्वाइनिंग से पहले ही हमीरपुर डिपो में एडजेस्टमेंट करवाने का प्रयास किया था, लेकिन समय पर आर्डर न होने के चलते उन्हें मजबूरी में ऊपरी क्षेत्र के डिपुओं में ही ज्वाइनिंग देनी पड़ी। अब सभी कंडक्टर निगम के दूसरे डिपुओं में सेवाएं दे रहे हैं। डेढ़ माह के उपरांत संबंधित कंडक्टरों के आर्डर हुए हैं। इसके चलते कोई भी कंडक्टर हमीरपुर डिपो में पेश नहीं हो पाया है। गौर रहे कि हमीरपुर डिपो को दस नए कंडक्टरों के फरमान जारी हुए थे। इसके चलते डिपो में सिर्फ दो ही कंडक्टर ज्वाइनिंग देने आए थे, जबकि आठ कंडक्टर डिपो में हाजिर नहीं हो पाए। इसके चलते निगम ने संबंधित कंडक्टरों को नोटिस जारी किए थे, ताकि ज्वाइनिंग न करने का वजह जानी जा सके। ऐसे में हमीरपुर डिपो के आठ कंडक्टर कम हो गए हैं। निगम को 40 नए कंडक्टरों का तोहफा हाल ही में दिया गया था। इनमें से 32 कंडक्टर ही डिपो में ज्वाइनिंग दे पाए हैं। निगम की मानें तो लो फ्लोर बसों को अगर सड़कों पर उतार दिया जाता है, तो डिपो में 30 से 40 कंडक्टरों की और जरूरत पड़ेगी। इसके चलते निगम को लोकल व लांग रूट बहाल करना मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि डिपो में कौशल विकास भत्ते के तहत करवाए जा रहे कंडक्टर प्रशिक्षण को भी बंद कर दिया गया है।

ड्राइवरों की कमी

हमीरपुर डिपो चालकों की कमी से जूझ रहा है। डिपो में अभी भी 63 चालकों की कमी चल रही है। इसके चलते निगम को सभी रूट बहाल करना मुश्किल हो रहा है। हालात इस कद्र बिगड़ चुके हैं कि अगर कोई चालक छुट्टी पर चला जाता है, तो निगम का रूट भी बाधित हो जाता है। इसके चलते निगम के चालकों की भी दिक्कतें बढ़ गई हैं।