दूधिया रोशनी से नहाएगा भवन, विधानसभा अध्यक्ष ने सुरक्षा व्यवस्था पर ली बैठक दिव्य हिमाचल ब्यूरो-शिमला विधानसभा के बजट सत्र से पहले शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सुरक्षा प्रबंधों से संबंधित बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में शीर्ष पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अफसर भी मौजूद थे। बैठक में महत्त्वपूर्ण निर्णय लिया

नई दिल्ली केंद्र सरकार ने भारतीय सेना में भर्ती की नई प्रक्रिया अग्निपथ योजना के तहत शामिल हो रहे अग्निवीरों को बड़ा तोहफा दिया है। केंद्र सरकार ने पूर्व-अग्निवीरों के लिए बीएसएफ के भीतर रिक्तियों में 10 फीसदी आरक्षण देने की घोषणा की है। इसके साथ ही अग्निवीरों को ऊपरी आयु-सीमा मानदंडों में छूट दी जाएगी। हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे अग्निवीर पहले बैच का हिस्सा हैं या बाद के बैचों का।

अधोसंरचना निर्माण के अगले दौर में हिमाचल की पृष्ठभूमि को भविष्य के जैसे सपनों की जरूरत थी और इस लिहाज से सुक्खू सरकार की प्राथमिकताएं देखी और समझी जाएंगी। काफी कुछ कहा जाता रहा है, लेकिन जब से प्रदेश की दिशाओं का मिलन मुकम्मल अधोसंरचना व कनेक्टिविटी के सेतु चुन रहा है, तब से राज्य

वह हंसमुख था, गुदगुदाता था। चुटकुले भी सुनाता था। मिलनसार और सामाजिक भी था वह। कमाल का अभिनेता था और न जाने कितने किरदार जिए थे उसने। चूंकि संस्कार और प्रशिक्षण राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय और पूना फिल्म-टीवी इंस्टीट्यूट से पाए थे, लिहाजा उसकी सांसों में एक फनकार, हंसी के स्वाभाविक तार छेड़ता कॉमेडियन और एक

खबरों के मुताबिक देश ने इस बार होली पर चीनी पिचकारी से रंग कम उड़ाया। यह देश के लिए बहुत ही सराहनीय है क्योंकि इससे कुछ तो देश का धन चीन जाने से बचा। अगर हम सभी देशवासी चीनी सामान का प्रयोग त्योहारों में न करें तो इससे हमारे देश के उन लोगों के त्योहारों

राहुल गांधी का भाषण पहले केंब्रिज विश्वविद्यालय में हुआ, फिर ब्रिटिश संसद में हुआ और फिर लंदन के चेथम हाउस में हुआ। इन तीनों संस्थाओं में मैं पिछले 50-55 साल से जाता रहा हूं। मुझे आश्चर्य हुआ कि हमारे नेताओं में एक नेता इतना योग्य निकला कि इन विश्व प्रसिद्ध संस्थाओं में भाषण देने के

ख़बरें गवाह हैं, लेखकों, किताबों व प्रकाशकों के नकद मिलन मेले में इस साल खूब भीड़ रही। वैसे डिजिटल होने का बहुत फायदा है लेकिन जो मज़ा सशरीर आमने सामने प्रशंसा, सिर्फ इशारों में कटाक्ष या पीठ के पीछे खड़े होकर चर्चा करने में है वह और कहां। पुस्तक मेले में जितने हाथ मिलाए गए,

सुप्रीम कोर्ट के बजाय प्रधानमंत्री को पत्र लिखना सिर्फ सहानुभूति बटोरना ही कहा जाएगा। इसे सिर्फ चुनावी स्टंट माना जाएगा। आश्चर्य की बात यह है कि एक तरफ विपक्ष भाजपा से देश को खतरे में बता रहा है, किन्तु इस खतरे से बचाने के लिए एकजुट नहीं हो पा रहा है। कांग्रेस और वाम दलों

प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अपने सहयोगियों के साथ सरकार की नीतियों और निर्णयों, जिनमें 900 संस्थाओं को बंद करने का आरोप है, पर सरकार को आड़े हाथों लेने की फिराक में हैं। भारतीय जनता पार्टी का जन आक्रोश पूरे प्रदेश में फैलेगा। जयराम ठाकुर को मौजूदा सरकार की जनहित नीतियों और फैसलों का