बीबीएन- औद्योगिक कस्बे नालागढ़ के तहत खरुनी में नकाबपोश बदमाशों ने शिवालिक साइंस स्कूल के मालिक को तेज़ धार हथियारों से वार कर मौत के घाट उतार दिया। नकाबपोश बदमाश गेट का ताला गैस कटर से काटकर स्कूल परिसर में स्तिथ आवास में घुसे और स्कूल मालिक सहित पूरे परिवार को बंधक बना लिया। इसी

हिमाचल में बारिश मौत बनकर बरस रही है। रविवार रात से जारी मूसलाधार बारिश से सोलन के कंडाघाट के चकला गांव में जहां भू-स्खलन से चार लोगों की मौत हो गई, वहीं स्वारघाट में घर पर मलबा गिर आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसी तरह प्रदेश के अन्य जिलों में बारिश ने

उतर भारत के सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी में सोमबार सुबह श्रद्धालुओं से भरी इनोवा गाड़ी गहरी खाई में जा गिरी ।इस हादसे में 3 साल की बच्ची गाड़ी से बाहर जा गिरी ।ओर मलबे में फंस गई । स्थानीय लोगो ने कड़ी मशक्कत से श्रद्धालुओं को बाहर निकाला। वहीँ मलबे में फंसी नन्ही बच्ची को

बड़ी गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 242.28 अंक गिरकर 37626.95 जबकि निफ्टी 72.80 अंक टूटकर 11,356.70 पर खुला।

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का आज यहां निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे।श्री चटर्जी कुछ समय से बीमार चल रहे थे और कुछ दिन पूर्व उन्हें यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। रविवार सुबह उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और उनकी हालत गंभीर हो गयी थी। आज सुबह

सोलन  – न अमरीका और न ही यूरोप अब कीट पतंगों की पीएचडी होगी तो सिर्फ हिमाचल के सोलन जिला में। जी हां! दुनिया के किसी भी कोने में हायमेनोटेरा यानी रंगड़ों, कीड़े मकौड़ों व बड़े कीट पतंगों (कलापक्ष) व सॉफ्लाइस पर अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों व विद्यार्थियों को पढ़ाई पूरी करने के लिए सोलन स्थित

मंडी – आज भी देश, प्रदेश में बहुत से ऐसे बच्चे हैं, जो अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं, क्योंकि उनके माता-पिता के पास बच्चों की पढ़ाने तक के पैसे नहीं होते। यह बात आईआईटी मंडी के पीएचडी स्कॉलर को हमेशा से अखरती थी। इसलिए आईआईटी मंडी के पीएचडी स्कॉलर मोहम्मद सुल्तान आलम अपनी

केंद्र सरकार ने दी पहली ग्रांट; प्रदेश को विलय बजट पर किस्त जारी, सही ढंग से खर्च करने की भी नसीहत शिमला  – हिमाचल प्रदेश के प्राइमरी और मिडल स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने व अन्य शिक्षण कार्यों के लिए केंद्र ने हिमाचल को 148 करोड़ की पहली ग्रांट दी है। यह ग्रांट भारत सरकार

1942 में नौकरी छोड़ ज्वाइन की आजाद हिंद फौज, 1984 में मिला फ्रीडम फाइटर का दर्जा गगल – वे जब अंग्रेजी सेना में थे, तो फिरंगी उनके साहस के कायल थे और जब आजाद हिंद फौज में आए, तो भारत माता को उन पर फख्र हुआ। जी हां! कुछ ऐसी ही कहानी है, धर्मशाला से सटे

शिमला – प्रदेश में जयराम सरकार बने सात महीने हो चुके हैं। इस बीच सरकार ने ऊपरी स्तर पर कई योजनाएं शुरू की हैं और कई नए कार्य किए हैं। लगातार आलाधिकारियों से विभागवार इनकी समीक्षा भी होती रही है, जिसमें कमियां दूर करने के लिए भी सरकार ने कहा है। अब तक के कार्यकाल में