ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सीजन शुरू, रोजाना दो से अढ़ाई लाख बॉक्स पहुंच रहे मंडी
शिमला – हिमाचल प्रदेश में सेब बाक्स उत्पादन का आंकड़ा एक करोड़ के पार हो चुका है। राज्य के विभिन्न सेब बाहुल क्षेत्रों से अब तक एक करोड़ 79 हजार सेब बॉक्स फल मंडियों तक पहुंच गए हैं। राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों से भी सेब मार्केट में उत्पादन शुरू हो गया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी सेब की कम ही फसल आंकी जा रही है। ऐसे में अब कम ही संभावना जताई जा रही है कि इस सीजन उत्पादन का आंकड़ा अनुमानित आंकड़े को भी छू पाएगा। राज्य में सेब सीजन धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में अब तक मंडियों में भेजे गए सेब के बॉक्स को देखते हुए नहीं लग रहा है कि यह आंकड़ा अनुमान को छू पाएगा। विभाग से प्राप्त जानकारी के तहत विभिन्न फल मंडियों में एक करोड़ 79 हजार के करीब से बाक्ॅस पहुंच चुके हैं, जो बीते वर्ष के सीजन से अब तक 10 से 15 लाख बॉक्स कम आंका जा रहा है। मौजूदा समय में इसे अढ़ाई लाख बॉक्स रोजाना फल मंडियों में पहुंच रहे हैं। प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब मार्केट में उतरने से भले ही सेब के दामों में हल्का उछाल आया है, मगर प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी सेब की कम ही फसल आंकी जा रही है।
2010 में रिकार्ड प्रोडक्शन
वर्ष 2010 में में 4,46,05,600 पेटियों का उत्पादन हुआ था। इसके बाद अभी तक सेब का आंकड़ा चार करोड़ छू नहीं पाया है। अगर इस मर्तबा भी उत्पादन अनुमानित आंकड़ा तक नहीं पहुंचता है तो यह पिछले छह-सात वर्षों में सबसे कम होगा।
इस बार 40 फीसदी फसल बर्बाद
इस मर्तबा ओलावृष्टि और समय पर बारिश न होने के कारण सेब की 40 से 45 फीसदी फसल बर्बाद होने का अनुमान है। इसके अलावा पेड़ कटान से भी सेब सीजन के उत्पादन पर असर पड़ा है, जबकि विभाग द्वारा इस बार राज्य में चार करोड़ के करीब उत्पादन की संभावना जताई जा रही थी।
कब, कितना उत्पादन
वर्ष सेब पेटियां
2010 4,46,05,600
2011 1,37,51,763
2012 2,06,19,498
2013 3,69,36,172
2014 3,12,59,950
2015 3,88,57,300
2016 2,34,06,700
2017 2.23 करोड़
2018 1.94 (अनुमानित)