एलपीएस मारपीट मामले ने पकड़ा तूल

केलांग —एशिया की दूसरी सबसे बड़ी सोसायटी एलपीएस की आमसभा में मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। ग्रामीण युवा संगठन के अध्यक्ष एडवोकेट सुदर्शन ठाकुर ने कहा है कि सरकार अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कराएगी, तो उनका संगठन सड़कों पर उतर प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि किसान नेता सुदर्शन जस्पा को एलपीएस में भ्रटाचार एवं घोटाला पर बोलने पर सुनियोजित साजिश के तहत हमला किया गया था, लेकिन साजिशकर्ता सफल नहीं हुए। यह सुनियोजित साजिश थी और नेताओं और स्थानीय पुलिस की भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार ने निष्पक्ष जांच नहीं की तो मजबूरन विरोध-प्रदर्शन करना होगा। उल्लेखनीय है कि बीते शनिवार को एलपीएस की आमसभा में दो बार जमकर लात-घूंसे चले थे। पुलिस को हस्तक्षेप कर मामला शांत करना पड़ा था। मामला गंभीर होता देख जिला पुलिस प्रमुख राजेश धर्माणी को खुद आम सभा की बैठक में आना पड़ा था। दरअसल एलपीएस के सदस्य लंबित चार मुद्दों को लेकर बोर्ड ऑफ  डायरेक्टर पर कार्रवाई के लिए दबाव डालते रहे। आखिरकार एलपीएस प्रबंधन को सदस्यों के गुस्से के आगे घुटने टेकने पड़े। सभा में सर्वसम्मति से संस्था के पूर्व एमडी के कथित अनियमिताओं को लेकर पुलिस में एफआईआर दर्ज करने का प्रस्ताव पारित किया गया, जबकि एलपीएस की निदेशक मंडल को भंग करने, संस्था की मनाली स्थित तीन सितारा होटल की लीज डीड रद्द करने के साथ इसके टेंडर प्रक्रिया की जांच करने का प्रस्ताव पारित किया गया। वहीं, संस्था में किसी पर्याप्त शैक्षणिक योग्यता वाले शख्स को एमडी का कार्यभार सौंपने पर भी सहमति बनी थी।  कारोबार के लिहाज से किसी जमाने मे अमूल के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कोपरेटिव सोसायटी के रुतबा रखने वाली एलपीएस आज कर्ज के बोझ तले दब गई है।  रविवार को भी लाहुल में उक्त घटना कर्म की खासी चर्चा रही और एलपीएस में चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ अब आवाज विभिन्न समाजिक संगठन भी उठाना शुरू कर रहे हैं। ग्रामीण युवा संगठन के अध्यक्ष एडवोकेट सुदर्शन ठाकुर ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर जल्द ही संगठन के लोग राज्यपाल से भी मिलेंगे।