धर्मशाला में प्रदेश का दूसरा नेत्रदान केंद्र

By: Sep 15th, 2018 12:02 am

स्वास्थ्य मंत्री के साथ खाद्य मंत्री किशन कपूर ने किया शुभारंभ, 10 ने दिया आई डोनेशन का शपथपत्र

धर्मशाला— जिला मुख्यालय धर्मशाला के जोनल अस्पताल धर्मशाला में स्थित आई मोबाइल यूनिट में शुक्रवार को प्रदेश के दूसरे आई डोनेशन सेंटर का शुभारंभ स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर ने किया। उन्होंने कहा कि नेत्रदान केंद्र के शुरू होने से केंद्र की टीम नेत्रदानियों की देहावसान के उपरांत सुरक्षित रूप से आंखों को आई बैंक तक पहुंचाएगी। नेत्रदानी के देहवसान के उपरांत करीब चार घंटों के अंदर सुरक्षित कॉर्निया निकाला जाएगा तथा इसकी जांच भी की जाएगी। टांडा आई बैंक में यह कॉर्निया पहुंचाया जाएगा तथा जरूरतमंद व्यक्ति को 96 घंटों के अंदर प्रत्यारोपित की जाएंगी। गौर हो कि प्रदेश का पहला नेत्रदान केंद्र सिरमौर के नाहन में है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पास करीब अढ़ाई सौ लोगों ने अपने नेत्रदान करने का शपथ पत्र दाखिल किया है। नेशनल हैल्थ मिशन के तहत सभी जिलों में केंद्र को शुरू किया जाएगा। नेत्रदान केंद्र के शुभारंभ के पहले दिन ही 10 लोगों ने नेत्रदान करने का शपथ पत्र दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अंग दान करने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जाएगा। प्रदेश में अस्पतालों में रिक्त पड़े पदों के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार ने विरासत में जो दिया है, उससे मुंह नहीं मोड़ा है। प्रदेश में आठ सौ पद भरने का निर्णय लिया है। इसके अलावा प्रदेश में तीन सौ चिकित्सकों के पदों को भी पिछले आठ माह में भरा गया है। टांडा में मरीजों की संख्या अधिक होने के सवाल पर उन्होंने सिविल अस्पतालों को निर्देश दिए कि वह रैफरल अस्पताल न बनें। प्रसूति मामलों को सिविल अस्पतालों में ही देखा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विटामिन-ए की कमी के मामले पर भी कंपनियों को जल्द से जल्द इन दवाइयों को पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ व तकनीकी स्टाफ को भरने की प्रक्रिया भी विभाग शुरू करेगा। इससे अस्पतालों में पड़ी मशीनों को भी सुचारु रूप से चला कर लोगों को सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकें। इस दौरान नेत्रदान करने की शपथ लेने वाले जोगिंद्र सिंह, नवनीत शर्मा, रूप रानी, प्रकाश सहदेव, अनुप लता गुरंग, विधि चंद, शीला राणा, रमा शर्मा तथा रजनेश शर्मा को प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

108 की व्यवस्था सुधारे कंपनी

स्वास्थ्य मंत्री ने आपातकालीन एंबुलेंस सेवा 108 के वाहनों को बदलने की भी बात कही है। वर्ष 2010 के बाद इन्हें बदलने का कोई भी प्रयास नहीं किया है, जबकि ये गाडिय़ां कई लाखों किलोमीटर चल चुकी हैं। साथ ही कंपनी को पेट्रोल तथा कर्मचारियों की मांगों की व्यवस्था सही करने के लिए कहा है। कंपनी को कहा गया है कि इन व्यवस्थाओं को सही नहीं कर सकते, तो स्वेच्छा से इसे छोड़ दे, जिसके बाद अगली टेंडर प्रक्रिया आरंभ की जा सके।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App