पेखूबेला में गरजी सीटू 

ऊना—सीटू से संबंधित भवन एवं सड़क निर्माण मजदूर यूनियन ने इंडियन ऑयल कारपोरेशन के पेखूबेला में निर्माणाधीन प्लांट में 40 मजदूरों को निकाले जाने पर धरना-प्रदर्शन करते हुए रोष प्रकट किया। मजदूरों ने आईओसीएल के प्रबंधन तथा एक निजी कंपनी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। सीटू के राज्य अध्यक्ष जगतराम, जिला महासचिव गुरनाम सिंह, प्रधान रविंद्र सिंह व सचिव मुनीष का कहना है कि प्लांट में कार्य कर रही उक्त निजी कंपनी ने 40 कामगारों को बिना किसी कारण के बाहर निकाल दिया है। इसके चलते मजदूरों को रोजी-रोटी के लाले पड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि आईओसीएल ने निजी कंपनी को इसका ठेका दे रखा है और यह निजी कंपनी मजदूरों को श्रम कानूनों के द्वारा तय कोई भी सुविधाएं देने में असमर्थ है। इसलिए हमारी यह मांग है कि जो मजदूर निकाले गए हैं उन्हें वापस काम पर बुलाया जाए और कंपनी की तर्ज पर सभी प्रकार की ईपीएफ, न्यूनतम वेतन, छुट्टियां प्रदान की जाएं। सीटू वक्ताओं का कहना है कि जब तक निकाले गए कामगारों को दोबारा काम पर नहीं रखा जाता तब तक यह धरना-प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि श्रम कानूनों का उल्लंघन करने पर  कंपनी प्रबंधन के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नही की जाती है। प्रदेश सरकार भी इस पर कोई एक्शन नही ले रही है। धरना-प्रदर्शन में सोमनाथ, हरदेव सिंह, दीपक कुमार, मुन्ना, रामकुमार, छिंदा सिंह सहित अन्य मजदूर शामिल हैं।