प्रदेश भर में हिंदी दिवस की धूम…कविताओं से समझाई राजभाषा की अहमियत

विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को एक सूत्र में बांधने वाली हमारी मातृभाषा हिंदी के संवैधानिक दर्जे का दिवस शुक्रवार को प्रदेश भर में उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। हिंद, हिंदी और हिंदोस्तान की परिकल्पना को साकार करने वाले हमारे संविधान में 14 सितंबर को ही हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है। भाषा, कला और संस्कृति विभाग ने गेयटी थियेटर में कार्यक्रम का आयोजन कर हिंदी की महता पर अलख जगाया। इस अवसर पर राजभाषा पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने किया। राजभाषा पखवाड़े के दौरान विभिन्न विधाओं में आयोजित प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को भाषण प्रतियोगिता में प्रथम, निबंध लेखन प्रतियोगिता में तृतीय, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रतिभागी रहने पर सचल वैजयंती पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं सरकारी कामकाज में हिंदी में बेहतरीन काम करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों व राज्य स्तर पर कार्यसाधक ज्ञान प्रतियोगिता के तहत सम्मानित किया गया। वहीं, बिलासपुर में भी कवियों की महफिल सजी। यहां कला केंद्र हाल में कवियों ने हिंदी की अहमियत समझाकर इसे एकता और अखंडता का ऐसा सूत्र बताया जिसने देश को जोडक़र रखा है….

उधर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में भी हिंदी दिवस पर कार्यक्रमों की धूम रही। इस सबसे हटकर स्कूलों में नौनिहालों ने हिंदी दिवस पर कविता, भाषण और कहानियां पढक़र सभी को जागरूक कर संदेश दिया कि राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूंगा है। आओ और खुले मन से हिंदी अपनाओ…