बिजली बोर्ड के 2500 आउटसोर्स कर्मी अधर में

शिमला — राज्य बिजली बोर्ड में तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाओं को लेकर संशय उत्पन्न हो गया है। जिन एजेंसियों के माध्यम से आउटसोर्स कर्मचारी रखे गए हैं, उनका कार्यकाल 30 सितंबर को खत्म हो जाएगा। ऐसे में रखे गए आउटसोर्स कर्मचारी आगे अपनी सेवाएं देंगे या नहीं, यह बाद में तय होगा। फिलहाल राज्य बिजली बोर्ड ने आउटसोर्स एजेंसी के चयन को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि यदि कोई नई एजेंसी आउटसोर्सिंग का काम लेती है, तो वह अपने हिसाब से इन आउटसोर्स कर्मचारियों की महत्ता को देखकर इन्हें रखेगी। इनके कामकाज की परख करने के बाद ही इनके साथ नई एजेंसी का करार होगा। कर्मचारियों के कामकाज की समीक्षा खुद राज्य बिजली बोर्ड भी करेगा, जिसके बाद ही इन आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ अगला एग्रीमेंट होगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा तरुण कपूर ने कहा कि नई आउटसोर्स कंपनी के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आउटसोर्स पर लगे कर्मचारियों के कामकाज की समीक्षा के बाद ही उन्हें नए सिरे से तैनाती दी जाएगी।