विजिलेंस के निशाने पर पी. मित्रा

By: Sep 15th, 2018 12:02 am

धारा-118 के तहत मंजूरी दिलाने के लिए घूस लेने पर होगी पूछताछ

शिमला— धारा-118 के तहत जमीन खरीद की मंजूरी के लिए तथाकथित घूस के मामले में पूर्व मुख्य सचिव पी. मित्रा पूछताछ होगी। विजिलेंस ने उनको सोमवार को विजलेंस ब्यूरो शिमला में पूछताछ के लिए तलब किया है। सूत्रों के अनुसार इसके लिए विजिलेंस एक प्रश्नावली भी तैयार कर दी है। इसको पूर्व मुख्य सचिव को सौंपा जाएगा।  यही नहीं, मामले में कुछ अन्य अधिकारियों से भी विजिलेंस पूछताछ कर सकती है। राज्य विजिलेंस यह कार्रवाई स्पेशल अदालत शिमला के आदेश के बाद अमल में ला रही है। मामले में विजिलेंस ने पूर्व मुख्य सचिव पी. मित्रा को पूछताछ के लिए सोमवार को तलब किया है। धारा-118 के तहत बाहरी लोगों को भूमि खरीद की मंजूरी दिलाने लिए घूस लेने का यह मामला साल 2010 का है। विजिलेंस को 23 ,नवंबर 2010 को सूचना मिली थी कि लोअर बाजार के विवेक डोगरा और पंचकूला का विनोद कुमार राज्य सरकार के उच्च अधिकारियों के साथ अपने संबंधों का फायदा उठाकर उद्योगपतियों और अन्य लोगों के लिए काम की एवज में पैसे ले रहे हैं। यह भी सूचना मिली थी कि दोनों ने मै. चैलसिया रिजॉर्ट दिल्ली से कसौली में रिजॉर्ट बनाने के लिए सभी तरह की क्लीयरेंस दिलाई थी। यह भी सूचना मिली थी कि विनोद मित्तल नामक एक व्यक्ति ने अधिकारियों से काम करवाने के लिए धन हासिल किया था और यह इस दिन अपनी कार नंबर एचआर-03एल-0633 में शिमला की ओर आ रहा था। इस पर विजिलेंस ने दो टीमें बनाई और शिमला में एशिया दि डाउन के समीप नाका लगाया था। हालांकि इस वाहन को बाद में बस अड्डे के समीप रोका गया जिसमें केवल चालक ही पाया गया, लेकिन इसके साथ एक अन्य कार नंबर एचआर-6के-0045 में विनोद मित्तल और चंद्र प्रकाश कथूरिया बैठा था। टीम ने कार की तलाशी ली तो पांच लाख रुपए बरामद हुए। पूछताछ में बताया इसने कसौली के बनानी गांव में कालोनी बनाने के लिए जमीन खरीदी है। विजिलेंस द्वारा की गई फोन की टैपिंग में सामने आया था कि विवेक डोगरा और विनोद मित्तल के साथ कसौली में रिजॉर्ट बनाने वाले जैन आपस में लगातार संपर्क में थे। यही नहीं विवेक डोगरा और विनोद मित्तल राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के साथ भी संपर्क में थे।


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