IL&FS का असर: 1,500 नॉन-बैंकिंग फाइनैंशल कंपनियों के रद्द हो सकते हैं लाइसेंस

नई दिल्ली – उथल-पुथल के दौर से गुजर रहे देश के फाइनैंस सेक्टर को एक बड़े झटके का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, देश की बड़ी इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंसिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनीइन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंसिंग ऐंड लीजिंग सर्विसेज लि. (IL&FS) ने पूरे नॉन-बैंकिंग सेक्टर में भूचाल ला दिया जब यह पिछले कुछ हफ्तों में कर्ज अदायगी में असफल रहा। अब इंडस्ट्री के अधिकारियों एवं एक्सपर्ट्स का कहना है कि रेग्युलेटर्स 1,500 छोटी-छोटी नॉन-बैंकिंग फाइनैंशल कंपनियों के लाइसेंस कैंसल कर सकते हैं क्योंकि इनके पास पर्याप्त पूंजी नहीं है। इसके साथ ही, अब नॉन-बैकिंग फाइनैंशल कंपनियों के नए आवेदन की मंजूरी में भी मुश्किलें आएंगी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) नॉन-बैंकिंग फाइनैंशल कंपनियों के लिए नियम कड़े कर रहा है।