उन्नत होंगी बिलासपुर की चार फोरेस्ट रेंज

 बिलासपुर—वन विभाग बिलासपुर जायका के सहयोग से डिवीजन की चार फोेरेस्ट रेंजों को उन्नत करेगा। प्रथम पढ़ाव में हर रेंज से एक पंचायत का चयन किया जाएगा। इसके बाद उस पंचायत के एक वार्ड को सिलेक्ट कर यहां की 25 हेक्टेयर भूमि पर प्लांटेशन के साथ दूसरे विकासात्मक कार्य किए जाएंगे। वन विभाग बिलासपुर के अरण्यपाल रणवीर सिंह पटियाल ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत शुरुआत में बिलासपुर डिवीजन की सात रेंजों में से चार का चयन किया गया है। स्वारघाट, झंडूता, घुमारवीं और सदर बिलासपुर इससे लाभान्वित होंगे। यहां प्लांटेशन के साथ-साथ लोगों की आय बढ़ाने पर भी वन विभाग कार्य करेगा। चयनित चार वार्डों के बाशिंदों को विभाग मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन व वर्मिंग कंपोस्ट सहित अन्य आय के साधनों की ट्रेनिंग भी देगा। वहीं इस ट्रेनिंग के बाद विभाग इन योजनों से आय शुरू करवाने में लोगों की मदद भी करेगा। इसके अलावा जो जंगल घने नहीं है, उन्हें प्लांटेशन के जरिए हरा-भरा करना विभाग का मुख्य उद्देश्य रहेगा। औषधीय पौधों की प्लांटेशन पर विभाग का ज्यादा फोक्स रहेगा। वन विभाग द्वारा करीब 15 तरह के औषधीय व पशुओं के चारे वाले पौधे लगाए जाएंगे। इनमें बहेड़ा, रीठा, हरड़, जामुन, शीशम, आंवला व कचनार इत्यादि पौधे शामिल रहेंगे। इस प्लांटेशन को करने के लिए भी संबंधित क्षेत्र के लोगों को ही मदद ली जाएगी। हर चयनित वार्ड में 25 हेक्टेयर भूमि पर यह प्लांटेशन होगी। इसके अलावा भविष्य में कृषि से संबंधित विकास कार्यों, जल संरक्षण व जल भंडारण सहित अन्य योजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा। कृषि के क्षेत्र में पर्यावरण परिवर्तन के तहत काम भी किया जाएगा। हालांकि सात रेंजों के चयन के बाद अभी तक पंचायतों व वार्डों का चयन होना बाकी है।